लखनऊ के कोनेश्वर महादेव मंदिर मे हुआ नि:शुल्क गीता वितरण । महाशिवरात्रि पर अंतर्राष्ट्रीय नि:शुल्क गीता वितरण के तहत त्रिदिवसीय महाभियान के तहत 11 हजार नि:शुल्क गीता की प्रतियां विभिन्न केंद्रों पर वितरित की गई। यूपी प्रभारी रश्मि मंथन के मुताबिक 21 हजार. परिवारों को नि:शुक्ल गीता भेंट की जारही है ।कोनेश्वर महादेव.मंदिर लखनऊ मे बडी संख्या मे गीता वितरण किया गया।अंतर्राष्ट्रीय नि:शुल्क गीता प्रचार मिशन के प्रमुख कैलाश मंथन ने बताया किलखनऊ, हरदोई,सीतापुर, मप्र के प्रमुख धार्मिक स्थल केदारनाथ सहित प्रदेश एवं देश के प्रमुख प्रांतों एवं जिलों में 108 प्रमुख प्रचारिकाओं द्वारा शिवालयों, प्रमुख धार्मिक केंद्रों पर पहुंचकर श्रीमद् भगवद् गीता की प्रतियां वितरित की गई। कैलाश मंथन ने बताया कि लक्ष्य के मुताबिक गीता जी की सवा लाख प्रतियां वितरित होना है। ऐसे समय में जब आतंकवाद एवं साम्राज्यवाद का बोलबाला है गीताजी का प्रचार कर राष्ट्र धर्म के प्रति प्रत्येक भारतवासी को धर्म की रक्षा का कर्तव्यबोध कराया जा रहा है।
गीता प्रचार मिशन के संस्थापक कैलाश मंथन के मुताबिक प्रमुख गीता मृत्यु का भय दूर करती है देश में प्रचारिका श्रीमती विजयश्री रावत, श्रीमती रश्मि पांडे लखनऊ, श्रीमती ऊषा विजयवर्गीय, रंजना शर्मा गुना, कुसुम मिश्रा गुना, कविता समाधिया, सीमा पाठक इंदौर, विनीता झारखंड, किरण पुरोहित कोलकत्ता, सीमा पाठक, नमिता खंडेलवाल, सीमा सोनी, सुशीला दीक्षित, कविता सिंह, सपना दीक्षित, श्रीदेवी दीक्षित हरदोई, सुनीता शुक्ला सीतापुर ने बडी संख्या में गीता वितरण किया। उप्र मे.श्रीमती रश्मि मंथन ने लखनऊ के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर नि:शुल्क गीता वितरण किया
हजारों लोगों ने की केदारनाथ को पर्यटन स्थल बनाने की मांग
इधर महाशिवरात्रि पर मप्र केदारनाथ धाम मेें विराट हिन्दू उत्सव समिति के तहत तीन दिवसीय आयोजन में हजारों लोगों ने भगवान भोलेनाथ के दर्शन किए।आयोजन की पूर्णाहूति के अवसर पर भक्तों द्वारा एक स्वर से गुना जिले के पवित्र तीर्थ स्थल केदारनाथ धाम को पर्यटन स्थल का दर्जा दिए जाने की मांग प्रदेश सरकार एवं प्रशासन से की गई।
श्री मंथन ने प्रदेश सरकार एवं प्रशासन से मांग की है कि अंचल के केदारनाथ धाम, निहाल देवी, मुहालपुर एवं बजरंगगढ़ को शीघ्र ही पर्यटन स्थल का दर्जा दिया जाए एवं दर्शकों व श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए वे तमाम मूलभूत सुविधाएं दी जाएं जो बड़े पर्यटन स्थलों पर हैं। श्री मंथन ने कहा कि प्राचीन धार्मिक स्थल भारतीय संस्कृति की अमूल्य विरासत है। इनकी सुरक्षा एवं संरक्षण करना जरूरी है। पुरातत्व विभाग एवं प्रदेश सरकार द्वारा गुना अंचल में फैली पुरासंपदा को संरक्षित करना चाहिए।
जिला मुख्यालय पर पुरा संग्रहालय का निर्माण करने की मांग केदारनाथ में आयोजित हिउस एवं संत समिति की विशेष बैठक में उठाई गई।
सरकारी संरक्षण के अभाव में लगातार हो रही पुरा संपदा चोरी-कैलाश मंथन ध्यान वाली बात यह है कि इन स्थलों पर दर्शन करने नवरात्रि, संक्रांति एवं महाशिवरात्रि के दौरान लाखों लोग पहुंचते हैं। अति प्राचीन इन स्थलों पर सुरक्षा के कोई इंतजाम न होने से कीमती पुरा संपदा की चोरी लगातार जारी है। केदारनाथ धाम के प्रमुख रास्ते जर्जर हैं, झरनों से गिरने वाला जल सूखता जा रहा है। घाटी के स्खलन से कुंडों एवं मंदिर के मुख्य मार्ग में चट्टाने खिसकी पड़ी हैं। महाशिवरात्रि पर भारी भीड़ के चलते विराट हिन्दू उत्सव समिति के तहत केदारनाथ को पर्यटन स्थल बनाए जाने के लिए जनभावनाओं के अनुसार अभियान छेड़ा गया। इस अभियान में हजारों श्रद्धालुओं ने एक स्वर से केदारनाथ को पर्यटन स्थल बनाए जाने की मांग प्रशासन के समक्ष रखी।