लखनऊ: फैशन और डिज़ाइन के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लखनऊ के छात्र अपना मुकाम बनाने लगे हैं| इस क्षेत्र में आज भी ऐसे बहुत से सवाल हैं जिन्हें ले कर युवा छात्रों में बहुत उत्सुकता रहती है | ऐसे ही सवालों का जवाब देने के लिए आज लखनऊ में इंस्टीट्यूटो मारांगोनी मिलान से आए विशेषज्ञ ने फैशन और डिज़ाइन से जुड़ी एक कार्यशाला में छात्रों को संबोधित किया। कला/डिज़ाइन/फैशन के क्षेत्र में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए यह अभूतपूर्व मौका था, जब उन्होंने फैशन और डिजाइन के क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञ ने फैशन और डिज़ाइन पाठ्यक्रमों से जुड़े विभिन्न कैरियर्स के बारे में उनसे बात करी और अहम मुद्दों पर चर्चा कर कला/डिज़ाइन/फैशन से जुड़े मिथकों पर जागरूकता भी पैदा की|
कार्यक्रम में इंस्टीट्यूटो मारांगोनी मिलान की सौम्या गुप्ता ने बताया कि समय के साथ ही फैशन और डिजाइन के क्षेत्र में तकनीकी ज्ञान भी आज एक महत्वपूर्ण पहलू बन कर उभर रहा है| यही नहीं बल्कि जिस तरह आर्टीफिशियल इन्टेलिजन्स (एआई) आज हर क्षेत्र में अपने पाँव पसार रही है तो यकीनन आने वाले वक़्त में फैशन और डिजाइन इंडस्ट्री भी इसके प्रभाव में जरूर आएगी| इन जैसी चुनौतियों से तैयार रहने के लिए हमें भविष्य के छात्रों को भी तैयार करने की जरूरत है|
हमें छात्रों के कौशल विकास के लिए और बेहतर प्रयास करने होंगे जिससे वो भविष्य में अपने कौशल को और भी बेहतर ढ़ंग से निखार सकें| इस अवसर पर माई मेंटोर के को-फाउन्डर अनूप अग्रवाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस कार्यशाला के माध्यम से लखनऊ के छात्रों को फैशन और डिजाइन क्षेत्र में करियर को ले कर जो आशंकाएं और सवाल थे उन सब के जवाब मिले होंगे| उन्होंने यह भी बताया कि माई मेंटोर द्वारा आयोजित इस नि:शुल्क कार्यशाला में 17-22 वर्ष की आयु सीमा के 100 छात्रों ने प्रतिभाग किया और भविष्य में भी वो लखनऊ के छात्रों के लिए इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन करते रहेंगे|