नवयुग कन्या महाविद्यालय लखनऊ में गांधी एवम् शास्त्री के सपनों का भारत विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का किया आयोजन

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नवयुग कन्या महाविद्यालय, लखनऊ तथा प्रो० शारदा प्रसाद तिवारी मेमोरियल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव से संबंधित *आजादी के ७५ वर्ष: गांधी एवम् शास्त्री के सपनों का भारत* विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन महाविद्यालय के अर्थशास्त्र, राजनीतिशास्त्र तथा समाजशास्त्र विभाग द्वारा सम्मिलित रूप से किया गया। 

कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलन एवम् माँ सरस्वती, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री को पुष्पांजलि अर्पित कर हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में प्रो० मनोज दीक्षित (विभागाध्यक्ष), लोक प्रशासन विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय तथा अतिथि वक्ताओं में प्रो० चंद्र मोहन उपाध्याय, प्राचार्य , काली चरण पीजी कॉलेज और प्रो० बीना राय, प्राचार्या- अवध गर्ल्स डिग्री कॉलेज शामिल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो० मंजुला उपाध्याय द्वारा की गई।

आजादी का अमृत महोत्सव भारत सरकार की एक पहल है जो इसके नागरिकों के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति को मनाने के लिए आयोजित किया जा रहा है। देश भर में देशभक्ति की भावना को संचारित करने के उद्देश्य से मनाए जाने के अतिरिक्त, आजादी का अमृत महोत्सव भारत के नागरिकों और जांबाज सैनिकों को भी समर्पित है। प्रधान मंत्री, श्री नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च, 2021 को साबरमती आश्रम, अहमदाबाद से ‘दांडी मार्च’ को हरी झंडी दिखाकर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का उद्घाटन किया था। यह समारोह स्वतंत्रता की हमारी 75 वीं वर्षगांठ से 75 सप्ताह पहले शुरू हुआ और 15 अगस्त 2023 को संपन्न होगा। इसी क्रम में महाविद्यालय में उपरोक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

महाविद्यालय की प्राचार्या द्वारा मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया, डॉ शर्मिता नंदी ने पौधा भेंट कर अभिनंदन किया। डॉ ज्योत्सना गौतम द्वारा प्रो० चंद्र मोहन उपाध्याय को स्मृति चिह्न ,अंग वस्त्र और डॉ आभा दुबे द्वारा पौधा प्रदान कर सम्मानित किया गया, डॉ नीतू सिंह ने स्मृति चिह्न ,अंग वस्त्र देकर तथा डॉ विनीता सिंह ने पौधा देकर डॉ बीना राय का स्वागत किया।

प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए शारदा प्रसाद मेमोरियल ट्रस्ट का परिचय दिया. उन्होंने बताया कि प्रो शारदा प्रसाद तिवारी एक असाधारण व्यक्तित्व थे. उनकी स्मृति में इस ट्रस्ट की स्थापना की गयी।

मुख्य वक्ता प्रो चंद्र मोहन उपाध्याय ने कहा कि गांधी जी सपने नहीं देखते थे वे कर्मयोगी थे. उन्होंने ग्राम गणतंत्र की परिकल्पना की थी. गांधी ने जीवन में उन वस्तुओं को महत्व दिया जो जीवन मूल्यों से जुड़ी थीं. वैराग्य के साथ उपभोग करना ही गांधी का दर्शन है।

द्वितीय मुख्य वक्ता प्रो बीना राय ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना गांधी जी ने की थी. अपनी आवश्कताओं को कम करना चाहिए उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री की सदरी का संस्मरण सुनाया. जय जवान जय किसान का नारा देकर खाद्यान्न संकट को दूर किया।

मुख्य वक्ता प्रो मनोज दीक्षित ने कहा कि गांधी स्वयं अपने गुरु थे वे प्रयोग स्वयं पर करते थे. उन्होंने कभी राम की पूजा नही की लेकिन राम को जीवन में आत्मसात किया. लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन में गांधी तत्व था. गीता की निष्काम पद्धति पर प्रक्रिया का आनंद लें परिणाम की चिंता ना करें. आज आवश्यकता है कि हम गांधी के किसी भी एक तत्व को अपने जीवन में उतारें. डॉ अंजुला कुमारी ने कार्यक्रम का संचालन किया.धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय ने दिया. औपचारिक धन्यवाद डा गीताली रस्तोगी ने दिया।

इस अवसर पर महाविद्यालय की शिक्षिकाओं में *अर्थशास्त्र विभाग* की डॉ शर्मिता नंदी (विभागाध्यक्ष), डॉ नीतू सिंह, डॉ अंजुला कुमारी और डॉ श्वेता उपाध्याय, *समाजशास्त्र विभाग* से डॉ विनीता सिंह. (विभागाध्यक्ष), डॉ आभा दूबे, नेहा यादव तथा *राजनीतिशास्त्र विभाग* से डॉ गीताली रस्तोगी (विभागाध्यक्ष), डॉ ज्योत्सना गौतम और दीक्षा और उपस्थित रहीं।

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