पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ ने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की मुलाकात, अपनी पुस्तक ‘12 महीने 365 दिन’ भेंट की, मुख्यमंत्री ने की सराहना

0
111

लखनऊ, प्रख्यात साहित्यकार पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ ने आज एनेक्सी, सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अपनी 15वीं पुस्तक ‘12 महीने 365 दिन’ की एक प्रति उन्हें भेंट की। इस पुस्तक का विमोचन अभी हाल ही में विधानसभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित ने किया था। पुस्तक का अवलोकन करते हुए मुख्यमंत्री ने पुस्तक को उपयोगी बताया। मुख्यमंत्री ने पुस्तक में अपनी शुभकामनाएं अंकित करते हुए पुस्तक में दिये गये छोटे-छोटे कोटेशनों वास्तव में जीवन की सच्चाई से रूबरू कराते हैं और मैं आशा करता हूँ कि आप भविष्य में सार्थक लेखन करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात का जिक्र करते हुए पं. शर्मा ने कहा कि यह मुलाकात एक यादगार लम्हा है जो उन्हें सदैव याद रहेगी। मुख्यमंत्री जी बहुत ही सरल, सहज व सौम्य व्यक्तित्व व उच्च विचारों के मालिक हैं। वे बड़ी आत्मीयता से मुझसे मिले और भविष्य में लिखते रहने के लिए नई चेतना व विचार दिए।
लेखक पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ के निजी सचिव श्री राजेन्द्र चैरसिया ने पुस्तक ‘12 महीने 365 दिन’ की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पुस्तक ‘12 महीने 365 दिन’ समाज के सभी वर्गों के लिए समान रूप से उपयोगी है जो मनुष्य को समाजोनुकूल जीवन पद्धित अपनाने की प्रेरणा देती है, साथ ही साथ यह पुस्तक किशोर व युवा पीढ़ी के लिए जीवन को तरक्की की ओर ले जाने वाले विचारों को अनूठा संग्रह भी है। इस पुस्तक के माध्यम से पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ ने चारित्रिक उत्कृष्टता, जीवन मूल्यों व संस्कारों से रूबरू कराया है।
श्री चैरसिया ने बताया कि देश-विदेश की प्रख्यात हस्तियों ने पं. शर्मा के साहित्य लेखन को सराहा है एवं गौरव प्रदान किया है। इसी संदर्भ में तत्कालीन प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने उन्हें अपने प्रधानमंत्री आवास पर आमन्त्रित कर सम्मानित किया था। इसके अलावा पूर्व राष्ट्रपति डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम व डा. प्रतिभा देवी सिंह पाटिल, उ.प्र. के राज्यपाल महामहित
श्री बी.एल. जोशी, नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ एवं माॅरीशस के राष्ट्रपति श्री अनिरुद्ध जगन्नाथ ने भी पं. शर्मा के साहित्य लेखन की प्रशंसा की है। पं. शर्मा अब तक 15 पुस्तकें लिख चुके हैं और उनका लेखन अनवरत जारी है। आपको उत्तर प्रदेश हिन्दी साहित्य संस्थान के ‘गुलाब राय सर्जना’ पुरस्कार के अलावा अनेको पुरस्कारों व सम्मानों से नवाजा जा चुका है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here