यूजर्स को बेहतर पासवर्ड प्रोटेक्शन मुहैया कराने के लिए गूगल ने क्रोम वर्जन 79 पेश किया है। इसमें लेटेस्ट टेक्नोलॉजी समेत पहले से कहीं बेहतर सेफ्टी फीचर देखने को मिलेंगे। खास बात यह है कि इस वर्जन के जरिए पासवर्ड चोरी या डेटा लीक होने की स्थिति में यूजर तक जानकारी पहुंच जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक जैसे ही कोई आपके निजी जानकारी जैसे यूजरनेम और पासवर्ड को किसी अन्य संवेदनशील वेबसाइट या ऐप पर इस्तेमाल करेगा, नया वर्जन यूजर को तुरंत इन्हें बदलने की सलाह देगा।
फिशिंग प्रोटेक्शन को और बेहतर बनाएगी कंपनी
फोर्ब्स ने मंगलवार को रिपोर्ट में बताया कि यूजर इस नए फीचर को सिंक और गूगल सर्विस ने जाकर क्रोम सेटिंग के जरिए कंट्रोल कर सकेंगे। कुछ दिनों में इसे सभी क्रोम यूजर्स के लिए रोल-आउट कर दिया जाएगा।
कंपनी फिलहाल अलग ब्राउजर एक्सटेंशन या पासवर्ड चेकअप टूल में दोबारा इस्तेमाल किए गए पासवर्ड को लेकर चेतावनी दे रही थी लेकिन अब क्रोम इसमें बदलाव कर रहा है ताकि यूजर को वेबसाइटों में लॉग इन करने के लिए चेतावनी प्रदान कर सकें।
हालांकि गूगल अब यूजर को पासवर्ड इस्तेमाल करते हुए देख तो सकेगा लेकिन वह लॉगइन संबंधित निजी जानकारी नहीं देख सकेगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल इसमें ट्राइड और टेस्टेड इंक्रिप्शन तकनीक इस्तेमाल करेगी, जो प्लेन टेक्स्ट देखे बगैर बड़ी मात्रा में चोरी हुई निजी जानकारियों में से एक पासवर्ड ढूंढ निकालेगा।
पासवर्ड वार्निंग फीचर के अलावा कंपनी फिशिंग प्रोटेक्शन को रियल टाइम ऑप्शन के साथ और बेहतर बनाने को लेकर काम करेगी।