“सत्यम शिवम् सुन्दरम” हमारे समाज में रचा-बसा श्लोक है।
व्यक्ति जन्म से मरण अभष्टि मुक्ति तक “सत्यम शिवम् सुन्दरम” के अर्थों एवं भावों से परिपूर्ण रहता है।
व्यक्ति जगत में मुटुठी बाधकर आता है अर्थात कुछ न कुछ प्राप्त करता है और हाथ फेलाकर अर्थात सभी वस्तुओं को छोडकर चला जाता है।
व्यक्ति जीवन में बचपन में सबका प्यार पाता है युवा होकर परिवार के लिए कार्य करता है समाज के लिए सेवा करता है।
समाज सेवा के क्रम में आज पिपराघाट शमशान घाट पर समाज सेवा में यह पुण्य कार्य श्री प्रमोद शर्मा पूर्व उपाध्यक्ष छावनी परिषद लखनऊ द्वारा अपने सहयोगियों को साथ जोडकर किया जा रहा है।
भगवान भोले शंकर की भव्य प्रतिमा का अनावरण मा0 सुरेश चन्द्र तिवारी जी द्वारा किया जा रहा है। जिसमें प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मा0 बृजेश पाठक जी रहे। जिसमें लखनऊ की प्रथम नागरिक संयुकता भाटिया जी स्वंय उपस्थित रहीं। भाजपा के लखनऊ महानगर शहर अध्यक्ष एवं सदस्य विधान परिषद श्री मुकेश शर्मा के साथ ब्राहमण परिवार के उचध्यक्ष श्री सुरेश अवस्थी जी, श्री नीरज जी की विशिष्ट उपस्थित कार्यक्रम में आकर्षण का विषय रहे हैं। छावनी परिषद के सदस्य श्री जगदीश प्रसाद व मण्डल अध्यक्ष डा0 रंजीता शर्मा कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम का प्रारम्भ पूज्य साधु संतो के श्लोक मंगल उच्चारण से हुआ, संतजनों द्वारा श्री प्रमोद शर्मा के पूवर्जों (पं० श्री गौरीसहाय जी पुत्रा पं० रामचन्द्र जी पुत्रा पं0 भूदरमल जी व पं0 बाबूलाल जी शर्मा पुत्रा बंशीधर जी शर्मा पुत्रा गौरीसहाय जी) के धर्मपरायण होने के साथसाथ धर्म के प्रति उनकी आशक्ति के बारे में विस्तार से चर्चा की एवं साकेतधाम वासी श्री पं0 बाबूलाल शर्मा जी द्वारा अपने जीवन में किये गये पुण्य कर्मों के बारे में विस्तार से उपस्थित जनों को अवगत कराया |
श्री प्रमोद शर्मा द्वारा समाज के सभी वर्गों, युवाओं (छात्र / छात्राओं), महिलाओं (वीर नारी सम्मान), युवाओं (खेल कूद आयोजन), (पूर्व सैनिकों को सम्मान), सीनियर सिटीजन को सम्मान, आपदाओं (कोरोना) में समाज सेवा, अन्य विपदाओं में (सर्दी, गर्मी, बरसात) में भी हर प्रकार की सहायता प्रदान की जाती रही है।
यह प्रमोद शर्मा जी की सोच एवं समाज के प्रति समर्पण का परिणाम है जीवन के साथसाथ अन्तिम यात्रा के अंतिम पडाव शमशान घाट पर भी सेवा करने का प्रयास किया और आज पिपराघाट शमशान घाट की पिपराघाट मुक्तिधाम के रूप में विकसित करने के लिए तन-मन व धन लगाकर इस कार्यक्रम में भव्य विशाल शिव प्रतिमा का अनावरण सम्पन्न कराकर पिपराघाट का सुन्दरीकरण कराकर पिपराघाट को पिपराघाट मुक्तिधाम के रूप में उत्तरोत्तर विकास के मार्ग एवं साकेतवासी आत्मा के परिवार वालों का कर्मकाण्ड एवं अंतिम संस्कार की सुविधाओं की निरन्तर प्रदान करने का संकल्प लिया है। श्री प्रमोद शर्मा एवं उनके सहयोगी इस हेतु सभी की प्रशन्सा एवं साधुवाद के पात्र हैं।