ऐसा संकट कभी देखा ना सुना
थकना, हारना, टूटना, रुकना स्वीकार नहीं है।
हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है।
हमारा संकल्प इस संकट से बड़ा होगा।
21 सदी के लिए देश को आत्मनिर्भर बनना होगा।
यह संकट अवसर और संदेश लाया है।
कोरोना से पहले पीपीई किट और एन-95 मास्क भारत में नहीं बनते थे लेकिन अब बन रहे हैं।
भारत की संस्कृति और संस्कार वसुधैव कुटुम्बकम को दुनिया आशा भरी नजरों से देख रही है।
भारत का प्रभाव विश्व कल्याण पर पड़ता ही है।
पांच पिलर्स पर भारत खडा है- अर्थव्यवस्था, इंफ्रास्ट्रक्चर, सिस्टम, डेमोक्रेसी और डिमांड।
देश में डिमांड और सप्लाई चेन को मजबूत करेंगे।
*विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूँ।-*
20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज है जो देश को गति देगा।
कुटीर उद्योग, गृह उद्योग और एमएसएमई, किसानों, मजदूरों, मध्यम वर्ग के लिए है।
कल से वित्त मंत्री विस्तार से जानकारी देंगी।
पैकेज में अनेकों प्राविधान किए गए हैं।
ठेला, रेहडी वालों और श्रमिकों ने तपस्या की है। अब उन्हें ताकतवर बनाना है।
हर तबके के लिए महत्वपूर्ण ऐलान किया जाएगा।
लोकल सप्लाई चेन ने ही कोरोना काल में बचाया है। लोकल प्रोडक्ट्स को ग्लोबल बनाना है, लोकल के लिए वोकल बनना है।
लोकल ही खरीदें और उसका प्रचार करें।
कोरोना लम्बे समय तक साथ रहेगा।
दो गज दूरी और मास्क लगा कर आगे बढ़ेंगे।
लाक डाउन-4 की घोषणा 18 मई से पहले की जाएगी और इस बार यह नए रंग व रूप में होगा।