लखनऊ : इलाहबाद में अधिवक्ता राजेश कुमार श्रीवास्तव की गोली मारकर की गई दिन-दहाड़े हत्या को लेकर ए.ऍफ़.टी.बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने महामंत्री विजय कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में जबर्दस्त विरोध करते हुए कटाई पुल तक पैदल मार्च निकाला और अधिवक्ताओं पर हो रहे हमलों पर प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन के विरोध में नारे लगाते हुए मांग की कि अपराधियों के प्रति अपनाए जा रहे नरम रवैए से उनके हौसले बुलंद है और आज सबसे असुरक्षित अधिवक्ता समाज हो गया है क्योंकि उन्हें आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के विरुद्ध मामले की पैरवी करनी पडती है और सरकार आत्म-सुरक्षा के लिए लाईसेंस भी मुहैया नहीं कराती, महामंत्री विजय कुमार पाण्डेय ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ए.ऍफ़.टी.बार एसोसिएशन ने 24 अक्टूबर, 2017 को मुख्य-मंत्री योगी आदित्यनाथ को अधिवक्ताओं की सुरक्षा संबंधी दस-सूत्रीय ज्ञापन दिया था यदि उसे लागू किया गया होता तो आज लखनऊ और इलाहाबाद का प्रकरण सामने न आता l
विजय पाण्डेय ने कहा कि अधिवक्ता समाज सबसे जोखिम भरा कार्य करता है लेकिन उसकी सुरक्षा के प्रति सरकार उदासीन रवैया अपनाए हुए है यदि इस प्रकरण में शीघ्र ही कोई ठोस नतीजा न निकला तो हमारी बार प्रदेश के अधिवक्ताओं को एकजुट करके हर जिला मुख्यालय पर ‘अधिवक्ता सुरक्षा मार्च’ निकालेगी क्योंकि अब इसके प्रति सजग रुख अख्तियार न करने का मतलब है अधिवक्ता समुदाय को बहुत बड़े जोखिम में डालना, सरकार पर दबाव डालकर उनके लिए घटना घटित होने के पहले असलहे का लाईसेंस जारी करने की मांग की जायेगी विरोध प्रदर्शन में अध्यक्ष डा.चेत नारायण सिंह, उपाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, संयुक्त सचिव पी के शुक्ला, कोषाध्यक्ष विशाल भटनागर, कर्नल अशोक कुमार, कर्नल वाई आर शर्मा, कर्नल के के मिश्रा, कर्नल आर एन सिंह, कर्नल राकेश जौहरी, पूर्व महामंत्री एवं वरिष्ठ अधिवक्ता डी एस तिवारी, शमशाद आलम, रोहित कुमार, डा.ज्ञान सिंह, सुधीर कुमार सिंह, राजीव पाण्डेय, सूर्य भान सिंह, आशीष कुमार सिंह, आर.चन्द्रा, के.के.एस बिष्ट, कौशिक चटर्जी, रमेश चन्द्र शुक्ला, विराट आनंद सिंह, रोहित कुमार, शैलेन्द्र कुमार सिंह, वी पी पाण्डेय, बी एन चौबे,यशपाल सिंह, वी आर चौबे, दीप्ती प्रसाद बाजपेयी, अरुण कुमार साहू, औसाफ अहमद खान, जाहिर खान, चमूपति, बालेन्दु भूषण त्रिपाठी, अमित सचान एवं रवेन्द्र कुमार सिंह चौहान इत्यादि शामिल हुए मौजूद थे l