उत्तर प्रदेश। प्रदेश में दो मरीजों में डेल्टा प्लस वेरिएंट होने की पुष्टि हुई है। इसमें एक एक देवरिया का वृद्ध है तो दूसरा गोरखपुर की डॉक्टर। हालांकि वृद्ध की मौत हो चुकी है, जबकि रेजीडेंट डॉक्टर होम आइसोलेशन में रहकर ठीक हो गई हैं। इन दोनों के संपर्क में रहने वाले परिजनों व अन्य लोगों की कोविड रिपोर्ट निगेटिव रही है। दोनों की ट्रेवेल हिस्ट्री भी नहीं है। ऐसे में यह नया वैरिएंट कैसे आया, यह स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती है।
अप्रैल और मई माह में गोरखपुर एवं आसपास से 30 सैंपल जांच के लिए इंस्टिट्यूट ऑफ जेनोमिक एंड इंटरगेटिव बायोलॉजी की लैब में भेजे गए हैं। यहां जांच के दौरान 27 सैंपल में डेल्टा वेरिएंट मिला। एक में कप्पा वेरिएंट और दो सैंपल में डेल्टा प्लस वेरिएंट मिला है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने पड़ताल कराई। इसमें डेल्टा प्लस वाला एक सैंपल देवरिया निवासी 66 साल के वृद्ध का था, जिसकी 29 मई को मौत हो चुकी है। इसी तरह दूसरा सैंपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज की रेजीडेंट डॉक्टर का था। यह होम आइसोलेशन में रह कर ठीक हो चुकी हैं। इन दोनों के संपर्क में आने वाले अन्य लोगों की जांच कराई गई थी, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव थी। अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि डेल्टा प्लस के दो केस सामने आने के बाद सावधानी बढ़ा दी गई है। खासतौर से संबंधित इलाके के लोगों के सैंपल संख्या बढ़ाकर जांच कराई जाएगी।
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