प्रदेश सरकार की सभी पैथालॉजी प्रयोगशालाओं के क्षेत्र में आधुनिकतम तकनीक का समावेश सरकारी पैथोलॉजि

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पैथालॉजी प्रयोगशालाओं की दिशा में गुणवत्ता नियंत्रण के लिये लिया गया प्रदेश सरकार का सरहानीय फैसला

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सरकारी क्षेत्र की पैथालॉजी प्रयोगशालाओं को उच्चस्तरीय बनाने के उद्देश्य से बेहतर डायग्नोस्टिक प्रयोगशाला सेवाएं सुनिश्चित किये जाने की आवश्यकता को देखते हुये चिकित्सा क्षेत्र एंव प्रयोगशाला सेवाओंं के क्षेत्र में आधुनिक गुणवत्ता व विशेष तकनीकी बनाने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा पीओसीटी सेवाएं को प्रयोगशालाओंं के क्षेत्र में सेवा प्रदाता के रूप में चयनित किया गया है ।

सेवाएं पूरी तरह प्रदान करने के लिये नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एन्ड कैलीब्रेशन लेबोरेटरी (NABL) से प्रयोगशालाओं को अभिप्रमाणित कराने को लेकर प्रदेश सरकार की योजना रणनीति तैयार की गई है।

एनएबीएल अभिप्रमाणित प्रयोशालाओंं के जांच परिणाम दुनिया भर के 80 देशों के सहयोग से प्रमाणित होते है। इसके अलावा ये जांच परिणाम आयुष्मान भारत योजना के अंर्तगत उपचार सेवाओंं का लाभ गांव व शहर के ज्यादा लोगोंं तक प्रदान करने के उद्देश्य की कमी को पूरा करने के लिए डायग्नोस्टिक प्रयोगशालाओं को बेहतर जांच सेवाएं प्रदान करने की रिपोर्ट 80 देशों की सहमति से प्रमाणित होती है।

जिसके लिए संविधान में नियम व अनुच्छेद है। यह जानकारी चेयरमैन सौरभ गर्ग ने दी। अभय अग्रवाल ने बताया कि इंडियन जरनल (पत्रिका) की रिपोर्ट के अनुसार भारतवर्ष में अभी तक सिर्फ पैथालॉजी व माइक्रोबायलॉजी संस्थानो में से 16 प्रयोशालाओ को एनबीएल अभिप्रमाणिन प्राप्त हो सका है। इन 16 मे से कोई भी उत्तर प्रदेश सरकार की चिकित्सा प्रयोगशाला एनएबीएल अभिप्रमाणित नही थी।

इस दिशा में पीओसीटी के द्वारा लिए गए फ़ैसले व प्रयासों से सरकारी प्रयोशालाओ को एनएबीएल अभिप्रमाणन कराने को लेकर प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए पीओसीटी से जुड़ी गैर व्यवसायिक समाजिक संगठन के सहयोग से पओसीटी और क्वालिटी एन्ड स्किल डेवलपमेंट फाउंडेशन(P. Q.S.D.F) की स्थापना की गई है। जिसके द्वारा उत्तर प्रदेश भर के प्रयोशालाकर्मियों को प्रशिक्षण के लिये सीएमई, वर्कशाप, अभिप्रमाणन अध्ययन जैसे कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे।

एनएबीएल अभिप्रमाणन में शामिल सरकारी प्रयोशालाओ के लिए उत्तर प्रदेश के चिकित्सा संस्थानो में एसजीपीजीआई, केजीएमयू लखनऊ, बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर, आरएमएल चिकित्सालय, एमएलएन चिकित्सालय प्रयागराज शामिल हैं। इनमें से राजधानी लखनऊ के सिविल चिकित्सालय लैब का बीएएनएल अभिप्रमाणन प्रक्रियाधीन है।

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