प्रहर्ष फाउण्डेशन द्वारा यू पी प्रेस क्लब में आयोजित कवि सम्मेलन और सम्मान समारोह कार्यक्रम मे सम्मान शृंखला के अंतर्गत संजय मिश्र शौक को वागीश सम्मान, लकी श्रीवास्तव को बृजकिशोर सम्मान, अखिल तिवारी समग्र को बाण सम्मान व शशि श्रेया को कल्याणी सम्मान से अलंकृत किया गया ।
वरिष्ठ समाजसेवी सुशील दुबे की अध्यक्षता में होने वाले इस समारोह में जनकल्याण समिति के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे मुख्य अतिथि व नगर निगम में पार्षद दल के उप नेता रामकृष्ण यादव विशिष्ट अतिथि के रूप मे सम्मिलित हुए । फाउण्डेशन की अध्यक्ष डा.सुमन दुबे जो खुद भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की कवियत्री है के साथ आलोक मिश्रा व सुधा गुप्ता के संयोजन में कवि सम्मेलन का शुभारंभ व्याख्या मिश्रा के माँ वाणी का दीप जला ले सरस्वती वन्दना से हुआ
शाशि श्रेया
कोई बंधेगा मुझे क्या ,
मै हूँ खुशबू की तरह।
सुमन दुबे ने
हम प्रहर्ष वाले है ,
सहित्य कला संस्कृति के रखवाले ।
हम शब्द सिपाही है ,कलम के रखवाले है।
नया सृजन करने वाले,
हम प्रहर्ष वाले है ।
रसिया ने
बरगद पीपल नीम का कितना मीठा छावं।
याद बहुत आता मुझे मुझको प्यार गाव।
अखिल कुमार तिवारी ने
फिर रण में चंडी नाचेंगी उनका क्रुद्ध सुनिश्चित है..
यह महाप्रलय की अगवानी है भीषण युद्ध सुनिश्चित है…
शाहबाज़ तालिब ने
यूँ उठे उस गली से हम जैसे कोई,
जहाँ से उठता है।
आदि कवियों ने अपनी कविताओं का मंचन किया
सुप्रसिद्ध ओज कवि विख्यात जी का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया इस अवसर पर 15 ज़रूरतमंदों को कम्बल प्रदान किये गये ।
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