लखनऊ। आलमबाग के अजंता हॉस्पिटल के सामने 13 जुलाई 2020 को हुए फायरिंग मामले में साजिश रचने के आरोपी बनाये गये पूर्व विधायक अभय सिंह ने अपनी जमानत याचिका दायर की है। इस पर सुनवाई की तारीख 29 जून तय की है। इस मामले में कुछ दिन पहले हरदोई के हिस्ट्रीशीटर सुरेंद्र कालिया को कस्टडी रिमांड पर लिया था। जिसमें बयान दिया कि पूर्व विधायक के कहने पर जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
हरदोई के हिस्ट्रीशीटर व रेलवे ठेकेदार सुरेंद्र कालिया पर पिछले साल 13 जुलाई को आलमबाग इलाके में फायरिंग हुई थी। ताबड़तोड़ फायरिंग में उसका निजी गनर घायल हो गया था। सुरेंद्र ने हमले के बाद देर रात को जौनपुर के पूर्व सांसद व बाहुबली नेता धनंजय सिंह के खिलाफ जानलेवा हमले की तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन पड़ताल शुरू की। पुलिस ने इस वारदात का खुलासा करते हुए सुरेंद्र कालिया के चार शूटरों को दबोच लिया। इसके बाद वारदात का खुलासा हुआ। जिसमें सामने आया कि सुरेंद्र कालिया ने खुद ही इस हमले की साजिश रची थी। इसकी पूरी कहानी सीसीटीवी फुटेज ने बया कर दी। पुलिस ने सुरेंद्र कालिया पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया।
सुरेंद्र कालिया पुलिस से छिपते हुए कोलकाता में अवैध असलहे के साथ गिरफ्तार किया गया। उसे वारंट बी पर लखनऊ लाया गया। जहां पुलिस ने तीन दिन की कस्टडी रिमांड पर लिया था। रिमांड के दौरान कालिया ने इस वारदात की पूरी कहानीं पुलिस के सामने खुलकर बयां की। इसमें अयोध्या के गोसाईंगंज सीट से पूर्व विधायक व मुख्तार अंसारी के करीबी अभय सिंह का नाम लिया। कालिया ने बताया कि पूर्व विधायक अभय सिंह केकहने पर ही उसने पूर्व सांसद धनंजय सिंह केखिलाफ तहरीर दी। कालिया के बयान के आधार पर इस मुकदमें आलमबाग पुलिस ने पूर्व विधायक अभय सिंह का नाम साजिश रचने में बढ़ाया। इसके बाद उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी थी। पुलिस ने उनकी तलाश में कई जगह दबिश भी दी। इस बीच पूर्व विधायक ने लखनऊ कोर्ट में जमानत याचिका दायर कर दी है।