पुस्तकों से रूबरू होना हमें क्रियाशील बनाता है : वीसी एस पी सिंह

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एलपीएस गोमती नगर में विवेकानन्द लाइब्रेरी का उद्घाटन हुआ
एलयू वीसी प्रो० एस पी सिंह ने किया अनावरण

लखनऊ। राजधानी के विनम्र खण्ड, गोमती नगर स्थित लखनऊ पब्लिक कॉलेज अॉफ प्रोफेशनल स्टीड्ज में बुधवार को नवनिर्मित स्वामी विवेकानन्द लाइब्रेरी का उद्घाटन लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने किया। इस अवसर पर पूर्व सदस्य विधानपरिषद एस पी सिंह, सदस्य विधानपरिषद कांति सिंह के साथ श्वेता दीक्षित (मिसेज इंडिया इंटरनेशनल-2017), आरजे सोना (फीवर एफएम), प्रोफेसर विभोर मिश्रा (आईआईएम) सहित बड़ी संख्या में अभिभावक व विद्यार्थी मौजूद रहें। सुबह कॉलेज पहुंचे एलयू वीसी का छात्र-छात्राओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने स्वामी विवेकानन्द लाइब्रेरी का
उद्घाटन करने के बाद पुस्तकालय का अवलोकन करते हुए नवनिर्मित लाइब्रेरी की प्रशंसा की। सभागार में विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पुस्तकें सदैव मानव की सच्ची साथी होती है और स्वामी विवेकानन्द जी के नाम पर स्थापित किया गया यह पुस्तकालय अवश्य ही विद्यार्थियों को प्रेरित करने का कार्य करेगा। स्वामी विवेकानन्द के परिवार और गुरु परमहंस की बातें बच्चों को बतातें हुए प्रो० सिंह ने कहा कि स्वामी जी का जीवन ज्ञान तथा प्रज्ञा का जीवन है जो हमें ऊर्जा प्रदान करता है। घर की ग़रीबी दूर करने गए विवेकानंद मां काली से धन का वरदान मांगने तीन बार जातें हैं परन्तु हर बार ज्ञान मांग आतें है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में इंटरनेट पर सब उपलब्ध है पर पुस्तकों से रूबरू होना हमें क्रियाशील बनाता है।

लखनऊ पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज के संस्थापक तथा पूर्व सदस्य विधानपरिषद एस पी सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानन्द लाइब्रेरी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने के साथ-साथ बच्चों में साहित्यिक चेतना जागृत करने का भी काम करेगी और वे अपने विषयों के साथ अन्य विषयों का भी अध्ययन कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी चिरंजीवी है और उनके विचार विश्व को प्रेरणा देते हैं तथा देते रहेंगे। लाइब्रेरी में 14 हजार से अधिक पुस्तकों का संग्रह है और इसके साथ शोधार्थियों के लिए भी विश्व स्तरीय सामाग्री उपलब्ध रहेगी।
कार्यक्रम के समापन पर अतिथियों को अंगवस्त्र तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

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