भारतीय रेलवे 12 मई से पैसेंजर ट्रेन की सेवा शुरू करने की योजना बना रहा है. शुरू में 15 जोड़ी ट्रेन चलाई जा सकती है. बाद में इसे और बढ़ाने की तैयारी है. ये सभी ट्रेन स्पेशल ट्रेन होंगी जिन्हें नई दिल्ली से देश के अलग-अलग 15 हिस्सों में चलाया जाएगा.
बेंगलुरु, मुंबई, रांची और पटना के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की तैयारी है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है. इस योजना के तहत दिल्ली से 15 शहरों के लिए ट्रेन चलेंगी. दिल्ली से बेंगलुरु के लिए भी 12 मई से ट्रेन चलाने की तैयारी है.
पीयूष गोयल ने ट्वीट में लिखा है, रेलवे बारी-बारी से पैसेंजर ट्रेन चलाने के बारे में सोच रहा है. इसे 12 मई से शुरू किया जा सकता है. शुरू में 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेन चलाई जाएंगी. ये ट्रेन नई दिल्ली से शुरू होंगी और देश के अलग-अलग स्टेशनों तक जाएंगी. स्पेशल ट्रेन की बुकिंग 11 मई दिन सोमवार से 4 बजे शाम से शुरू होगी.
इससे पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने राज्य सरकारों से अपील की कि वे अपने यहां ट्रेन भेजने की इजाजत दें ताकि अलग-अलग राज्यों में फंसे मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का बंदोबस्त हो सके. रेल मंत्री ने एक ट्वीट में लिखा, मैं सभी राज्य सरकारों से अपील करता हूं कि वे ट्रेन चलाने की अनुमति दें ताकि अन्य प्रदेशों में फंसे प्रवासी श्रमिकों को निकाला जा सके. फंसे प्रवासियों को निकालने की अनुमति मिलने से अगले 3-4 दिन में उनके घर पहुंचाया जा सकता है. रेल मंत्री ने एक दूसरे ट्वीट में लिखा, प्रधानमंत्री के निर्देश पर पिछले 6 दिन से रेलवे ने 300 श्रमिक ट्रेन चलाने का काम शुरू कर दिया है.
मोबाइल एप से टिकट बुक करा सकते हैं.
एजेंट से टिकट नहीं करा सकते.
तत्काल और प्रीमियम तत्काल की सुविधा नहीं.
करेंट टिकट की भी नहीं मिलेगी सुविधा.
कुछ ट्रेनें हर दिन नहीं चलेंगी, अलग शेड्यूल होगा जारी.
एक आंकड़े के मुताबिक 10 मई तक 1 हजार घंटे में भारतीय रेल ने 350 श्रमिक ट्रेन चलाया है. इसमें सफर करने वाले मुसाफिरों को मुफ्त खाना और पानी दिया जा रहा है. रेलवे ट्रेन तभी चला रहा है जब उस राज्य की ओर से इसकी अनुमति मिल रही है. जिस राज्य में मुसाफिरों को भेजना है, उस राज्य की ओर से इजाजत भेजी जा रही है. तब श्रमिकों को उस राज्य में ट्रेन से भेजा जा रहा है. ऐसी ट्रेनों में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करना अनिवार्य है.