राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित प्रेस क्लब में डॉ विनय सिंह की प्रेसवार्ता बुलाई गई। इस प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्म्प के सलाहकार समिति के हिस्सा रहते हुए करीब 30 लोक त्रांत्रिक देशों के ऊपर रिसर्च कर प्रजातंत्र के खामियों के ऊपर रिपोर्ट बनाने का मौका मिला। प्रजातंत्र की सबसे बड़ी खामी है कि चुनाव में होने वाला खर्च जिससे चुनाव वहीं जीतकर देश पर राज करता है जिसने भ्रष्टाचार से धन अर्जित की है या देश का सबसे बड़ा व्यवसायिक है। अतः प्रजातंत्र में वही देश विकसित कर सकता है जिसके सरकारी नौकर ईमानदार हैं या सरकारी नौकरों के भ्रष्टाचार को रोकने के लिए फुलप्रूफ एन्टी करप्शन सिस्टम है। भारत का जनतंत्र तो पूरी तरह से धनतंत्र में तब्दील हो गया है। यहां वोट मुद्दों के आधार पर कम और धन के आधार पर ज्यादा डाला जाता है। पंचायती चुनावों में जनतंत्र है ही नहीं और जीते हुए प्रत्याशियों की खरीददारी कर जिला पंचायत का गठन होता है। हालात तो यह हो गया कि यदि मुद्दे के आधार पर किसी विधायक को जीता भी दे तो वह विधानसभा जाकर पैसे वाली पार्टी को कब बिक जाय कोई भरोसा नहीं।