सार
राजधानी लखनऊ में पुलिस लाइन लखनऊ में ‘‘एक मंच तीन आवाज सेवा सुरक्षा लेखनी जनशक्ति सेवा सम्मान’’ का आयोजन किया गया जिसमें समाज में उत्कृष्ट कार्य कर रहे 51 पुलिसकर्मियों, 30 पत्रकारों और 50 जनसेवियों को सम्मानित किया गया। जनशक्ति सेवा सम्मान प्रोग्राम की आयोजक सामाजिक संस्था मां गायत्री जन सेवा संस्थान और निशू वेलफेयर फाउंडेशन रही।
विस्तार
राजधानी लखनऊ में पुलिस लाइन लखनऊ में ‘‘एक मंच तीन आवाज सेवा सुरक्षा लेखनी जनशक्ति सेवा सम्मान’’ का आयोजन किया गया जिसमें समाज में उत्कृष्ट कार्य कर रहे 51 पुलिसकर्मियों, 30 पत्रकारों और 50 जनसेवियों को सम्मानित किया गया। जनशक्ति सेवा सम्मान प्रोग्राम की आयोजक सामाजिक संस्था मां गायत्री जन सेवा संस्थान और निशू वेलफेयर फाउंडेशन रही। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री दिनेश शर्मा, पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर शामिल हुए तो वहीं विशिष्ट अतिथियों में एमएलसी व एसआर गु्रप्स के चेयरमैन श्री पवन कुमार सिंह चैहान, के. विक्रम राव वरिष्ठ पत्रकार, सुनीता ऐरन संपादक हिंदुस्तान टाइम्स, पीयुष मोर्डिया संयुक्त पुलिस आयुक्त लखनऊ, ओंकार सिंह पूर्व आईजी उ. प्र. पुलिस ने शिरकत की। विशिष्ट अतिथियों में मुकेश बहादुर सिंह-वरिष्ठ समजसेवी व चेयरमैन इंडो अमेरिकन चैम्बर ऑफ कॉमर्स, एस के सिंह अपर पुलिस उपायुक्त, एसएम कासिम आब्दी अपर पुलिस उपायुक्त, प्राची सिंह अपर पुलिस उपायुक्त, सन्तोष श्रीवास्तव समाजसेवी व डायरेक्टर नीलांश ग्रुप, राहुल गुप्ता समाजसेवी व डायरेक्टर आनंदी मैजिक वर्ल्ड, समीर शेख सीएमडी ड्रीम्ज ग्रुप अध्यक्ष कलाम फाउंडेशन, संजय कश्यप समाजसेवी व नेता निषाद पार्टी ने प्रोग्राम की गरिमा बढ़ाई।
प्रोग्राम की शुरूआत मुख्य अतिथि पूर्व उपमुख्यमंत्री डाॅ दिनेश शर्मा, व पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने दीप प्रज्जवलन से की। डाॅ दिनेश शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस, पत्रकार और समाजसेवियों के समन्वय से समाज के तानेबाने को बहुत मजबूत किया जा सकता है और हमें इन तीनों का का सम्मान करना चाहिए। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि कोविड में पुलिस पत्रकार और समाजसेवियों ने जिस तरह से कार्य किया वह तीनों के समन्वय का बेजोड़ नमूना है। इसके साथ ही डीके ठाकुर ने पत्रकारों व समाजसेवियों द्वारा विभिन्न सवालों के जवाब दिए। एमएलसी पवन सिंह चैहान ने कहा कि पुलिस पत्रकार और समाजसेवी हमारे समाज की तीन मजबूत स्तम्भ है और हमें इन तीनों स्तम्भों का सम्मान करना चाहिए। पुलिस के अन्य आला अधिकारियों ने जनसंवाद के जरिए लोगों के प्रश्न के उत्तर दिए तथा पुलिस पत्रकार और समाजसेवियों के रोल का महत्व बताया। मुख्य व अति विशिष्ट व विशिष्ट अतिथियों द्वारा 51 पुलिसकर्मियों, 30 पत्रकारों व 50 समाजसेवियों को अंगवस्त्र ओढ़ाकर और मोमेन्टों देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित हुए पुलिसकर्मियों, पत्रकारों और समाजसेवियों ने बताया कि अगर उनके कार्य को समाज में सम्मान मिलता है तो उन्हें अत्यंत खुशी होती है। प्रोग्राम के आयोजक अरूण प्रताप सिंह संयोजक एनजीओ प्रकोष्ठ महानगर लखनऊ भाजपा व संस्थापक मां गायत्री जनसेवा संस्थान व गुंजन वर्मा सहसंयोजक एनजीओ प्रकोष्ठ व नीशू वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्षा ने बताया कि दोनों संस्थाएं एक साथ मिलकर कई सालों से गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करती आ रही हैं इसी क्रम में संस्थाए वक्त वक्त पर समाजसेवियों, पुलिसकर्मियों, महिलाओं और पत्रकारों का सम्मान भी करती रही हैं। ‘‘जनशक्ति सेवा सम्मान’’ पुलिस, पत्रकार व जनसेवियों के लिए समर्पित है। तीनों के समन्वय से ही आज हम कोविड जैसी महामारी में हजारों जिंदगियों को बचा सके हैं। जब हम समाज के इन सच्चे नायकों को उनके कार्य के लिए सम्मानित करते हैं तो इससे उन्हें अपने कार्य की हौसलाअफाई मिलती है इससे वह और अधिक ऊर्जा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करते हैं। कार्यक्रम को एसआर गु्रप्स आॅफ इंस्टीट्यूशन, किरण फाउंडेशन, बेसिक्स एडवरटाइजिंग, कलाम फाउंडेशन, द हुनर फाउंडेशन, आधुनिक दौर पत्रिका, भारतीय जनता स्वराज सेना सामाजिक संगठन के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आरके चतुर्वेदी पूर्व आईजी उत्तर प्रदेश पुलिस ने की। कार्यक्रम के मंच संचालन का कार्य एंकर प्रदीप कुमार शुक्ला ने किया तथा कार्यक्रम का कुशल संयोजन मुकेश मिश्रा क्षेत्रीय संयोजक दिव्यांग प्रकोष्ठ भाजपा, डाॅ नितिका सिंह गौर ने किया। सीमा राय, मोना वर्मा, रोली जयसवाल, रूद्र प्रताप वाजपेयी, नीलम श्रीवास्तव, मनीष पंडित व उत्तम पोरवाल, अंशुल निगम उपस्थित रहे।