एक जून 2020 यानी आज से भारत में कई बड़े बदलाव हुए हैं। इन बदलावों का आपकी जिंदगी पर सीधा असर पड़ेगा। इन नए नियमों से जहां एक ओर आपको राहत मिलेगी, वहीं अगर आपने कुछ बातों का ध्यान नहीं रखा तो आपको आर्थिक नुकसान भी हो सकता है। इनमें रेलवे, एयरलाइंस, गैस सिलिंडर, पेट्रोल-डीजल के दाम, राशन कार्ड, केरोसीन आदि शामिल है। आइए जानते हैं इन महत्वपूर्ण बदलावों के बारे में।
देश में लागू हुआ ‘एक देश, एक राशन कार्ड’
आज से देश के गरीबों तक राहत पहुंचाने के लिए ‘एक देश, एक राशन कार्ड’ लागू हो गया है। इसकी शुरुआत 20 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से होगी। इसके तहत राशन कार्ड का लाभ देश के किसी भी कोने में उठाया जा सकता है। मोदी सरकार की इस योजना से 67 करोड़ लोगों को फायदा मिलेगा।
केरोसीन की कीमत में कटौती
हालांकि तेल कंपनियों ने केरोसीन की कीमतों में कटौती की है। मालूम हो कि दिल्ली केरोसीन फ्री सिटी घोषित है। इसलिए दिल्ली में केरोसीन की कीमतें जारी नहीं होती। कोलकाता में आज से एक लीटर केरोसीन की कीमत 12.12 रुपये घटकर 15.73 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जो पहले 27.85 रुपये प्रति लीटर थी। इसी तरह मुंबई में एक लीटर केरोसीन का भाव 13.96 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में 13.60 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
लॉकडाउन के चलते देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे लोगों को राहत देने के लिए भारतीय रेलवे एक जून से 200 अतिरिक्त ट्रेनें चलाने जा रहा है, जो नॉन एसी होंगी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करके इस बात की पुष्टि भी की थी। इन ट्रेनों के साथ पहले से संचालित हो रही 30 ट्रेनों का परिचालन जारी रहेगा।
यहां गौर करने वाली बात यह है कि रेलवे ने इन ट्रेनों के लिए चार महीने पहले एडवांस टिकट की बुकिंग की सुविधा भी दी है। साथ ही तत्काल कोटा के तहत भी टिकट की बुकिंग शुरू हो गई है। यह सुविधा रविवार सुबह आठ बजे से शुरू हो गई है। हालांकि, रेलवे ने टिकट की एडवांस बुकिंग के नियमों में कुछ परिवर्तन किया है।
गौरतलब हो कि लॉकडाउन में 30 दिन पहले ही टिकट आरक्षण की सुविधा थी। लेकिन अब इसमें बढ़ोतरी कर 120 दिन कर दिया गया है। रविवार से सिर्फ एक महीने पहले ही एडवांस बुकिंग वाले नियम में बदलाव हो जाएगा। करंट सीट बुकिंग यानी सीट खाली रहने पर स्टेशनों से इस तरह की सुविधा यात्रियों को मिलेगी। साथ ही बीच के स्टेशनों से भी टिकट बुक करने की सर्विस 31 मई की सुबह टिकट काउंटर व ऑनलाइन सर्विस के तहत होने लगेगी।
पहले यह था नियम
इससे पहले जिस जिले का राशन कार्ड बना होता था, आपको उसी जिले में राशन मिल सकता था। वहीं अगर आप जिला बदल लेते थे तो इसका फायदा आपको नहीं मिलता। इससे गरीबों को आसानी से सस्ती कीमत पर अनाज मिलता है। एक देश, एक राशन कार्ड लागू होने के बाद गरीबी रेखा के नीचे वाले लोग किफायती कीमत पर देश के किसी कोने में राशन खरीद सकते हैं।
धारकों को इतने में मिलेगा चावल-गेहूं
राशन कार्ड धारकों को पांच किलो चावल तीन रुपये किलो की दर से और गेहूं दो रुपये किलो की दर से मिलेगा। कार्ड दो भाषाओं में – स्थानीय भाषा और हिन्दी अथवा अंग्रेजी में जारी होगा।
30 सितंबर तक आधार से करना होगा लिंक
राशन कार्ड को आधार से लिंक कराने की आखिरी तारीख 30 सितंबर है। इस संदर्भ में केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने कहा है कि अभी आधार से जुड़े नहीं होने के बावजूद राशन कार्डधारकों को राशन मिलता रहेगा। राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी लाभार्थी को उसके हिस्से का राशन देने से मना नहीं किया जाना चाहिए।