राष्ट्र वैश्य परिषद लखनऊ के द्वारा वैश्य समाज के समस्त वर्गों को एक सूत्र में जोड़ने के लिए तथा उनके सामाजिक भागीदारी व भाईचारा को बढ़ाने को लेकर वैश्य समाज का समागम किया गया । संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने अपने संबोधन में का राजनीतिक पार्टियों लंच और मंच के लिए आप लोग उपयोग करती हैं लेकिन आबादी के अनुपात में वैश्य समाज की राजनीतिक हिस्सेदारी ना के बराबर देती है जिस समय समाज की पहचान वैश्य शब्द से ही थी तब यह देश सोने की चिड़िया कहलाता था
वैश्य समाज की गौरवशाली इतिहास रहा है समुद्रगुप्त, चंद्रगुप्त, स्कंदगुप्त, धर्म गुप्त, चंद्रगुप्त द्वितीय के समय राष्ट्र के सर्वाधिक गुप्त काल के समय में तरक्की की थी विश्व में अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व समाज से थे आजादी के आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान करने वाले राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त हिंदू समाज के संगठित करने का काम अशोक सिंघल जी ने किया । शत प्रतिशत मतदान के लिए समाज को जागृत करें आने वाले चुनाव में पहले मतदान फिर जलपान इस नारे के संकल्प करने का कार्य करें इस अवसर पर कार्यक्रम में संयोजिका जय श्री प्रिया गुप्ता, अमित गुप्ता जी, मुकेश विकास गुप्ता, अरविंद केसरवानी, मनीष अग्रवाल, डॉ धनंजय गुप्ता, श्री कृष्ण दास गुप्ता, रमेश अग्रहरि, आलोक आर्य, के पी गुप्ता, राजेश महेश्वरी, सानू गुप्ता, जगत नारायण अग्रवाल, सभी को स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया समागम में रश्मि जैस्वाल, रितेश गुप्ता, संगम लाल गुप्ता, अंजना गुप्ता, अमित गुप्ता, डॉ विकास गुप्ता, नैना गुप्ता, अशोक गुप्ता, अजयदीप गुप्ता, आदि प्रमुख लोगों सहित बड़ी संख्या में समाजसेवियों ने भाग लिया ।