रवीन्द्रालय चारबाग में चल रहा राष्ट्रीय पुस्तक मेला, चुनिए नई किताबों में ज्वलंत विषय, व्यक्तित्व और किस्से कहानियां

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लखनऊ,  सिनेमा हाल में नई फिल्म, टीवी पर असल ब्रेकिंग न्यूज या सीरियल, मोबाइल पर वायरल मैसेज़ का जो मजा है, ठहरी हुई माध्यम किताबों में ज्वलंत विषयों, चर्चित व्यक्तित्वों और सामयिक साहित्य का आनन्द इसके मुकाबले कई गुना ज्यादा है। इस आनन्द का स्वाद लेने यहां रवीन्द्रालय लाॅन चारबाग में कल से शुरू हुए राष्ट्रीय पुस्तक मेले में पुस्तक प्रेमियों का उमड़ना प्रारम्भ हो गया है। पुस्तक मेला यहां 14 सितम्बर तक सुबह 11 से रात नौ बजे तक चलेगा। कल के कार्यक्रमों में कथाकार शिवमूर्ति को साहित्यकार शिरोमणि सम्मान विशिष्ट होगा।
नये पुस्तक मेला स्थल पर नई किताबों के लिए युवा वर्ग की चाहत सबसे ज्याा दिखाई दे रही है। सम्यक प्रकाशन के स्टाल पर ज्वलंत विषयों पर रुपये की समस्या, आरक्षण किसका और क्यों व जाति उत्पत्ति का भ्रमजाल जैसी नई किताबें हैं। पीएम पब्लिकेशन के स्टाल पर विश्वप्रसिद्ध जीवनी शृंखला में आदि शंकराचार्य से लेकर योगी आदित्यनाथ व विराट कोहली पर नई किताबें हैं। उर्दू अकादमी के स्टाल पर असलम जमशेदपुरी की असमत सनासी के अलावा शख्सियात सीरीज में 11 व्यक्तित्वों में मलिकजादा मंजूर अहमद, आजिज देहलवी, सालिक लखनवी, निदा फाजली, सागर खैयामी आदि पर किताबें हैं। साहित्य भण्डार में 50 रुपये की लगभग ढाई सौ पुस्तकों में से 20 नई पुस्तकों में नासिरा शर्मा की दूसरी जन्नत, प्रज्ञा की गूदड़़ बस्ती, अश्क की बहू भूमिका द्विवेदी की आसमानी चादर, जीतेन्द्र भाटिया की यहां से शहर को देखो, जैसी कई नई साहित्यिक पुस्तकें हैं। सामयिक प्रकाशन में खबरनवीसी, 72 धड़कनें 73 अरमान, ख्वाहिशों के खाण्डव वन व मारीशस के हिन्दी लेखक अभिमन्यु अनत की अपना मन उपवन जैसी किताबें प्रमुख हैं। स्टाल नम्बर 64 पर डैन ब्राउन की बेस्ट सेलर द विंची कोड के हिन्दी संस्करण को बहुत प्रसंशक मिल रहे हैं। राजपाल के स्टाल पर डा.अशोककुमार पाण्डेय की कश्मीरनामा, भगवन्त अनमोल की जिंदगी फिफ्टी-फिफ्टी, गीताश्री की लेडीज सर्कल व प्रवीनकुमार की छबीला रंगबाज का शहर इस वर्ष की नई आमद हैं। एनसीपीयूएल के स्टाल पर कुलियाते ख्वाजा अहमद अब्बास, कुलियाते फिराक, कुलियाते खलीलुलरहमान आजमी जैसी नई किताबें हैं। ऐसी ही नई किताबें मेले के अन्य बहुत से स्टालों पर हैं। हिन्दी दिवस तक चलने वाले मेले में कोई भी किताब हर पुस्तकप्रेमी को कम से कम 10 प्रतिशत छूट में मिलेगी।
साहित्यिक कार्यक्रमांे की शुरुआत आज डा.राही मासूम रजा एकेडमी के संयोजन में हुए स्मृति समारोह
से हुई। कार्यक्रम में वक्ताओं ने उनके संवादो से सजे टीवी धारावाहिक महाभारत सहित उनके व्यक्त्वि और लेखन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। इसी क्रम में भारतीय लेखिका परिषद की ओर से निर्मला चन्द्र सिंह के उपन्यास ककहरा के लोकार्पण समारोह में मधु चतुर्वेदी सहित अन्य विद्वानों ने विचार रखे। अलका प्रमोद की पुस्तक कहानी में कहावतें के संग लेख संग्रहों के अखिलेश चमन की अध्यक्षता व डा.अमिता दुबे के संचालन में हुए लोकार्पण समारोह में लेखिका के संग संजीव जायसवाल संजय, जाकिर अली रजनीश ने विशेष रूप से विचार रखे।

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