भारतीय रेल पर स्टेशन मास्टर एवं ट्रैफिक असिस्टेंट के रिक्त पदों की भर्ती हेतु अधिसूचना संख्या CEN 01/2019 (NTPC) के तहत वृहत पैमाने पर अभियान चलाया गया, जिसके अंतिम चरण के रूप में आरडीएसओ के यातायात एवं मनोतकनीकी निदेशालय द्वारा दिनांक 30.07.2022 को कम्प्युटरीकृत मनोवैज्ञानिक परिक्षण का आयोजन किया गया l रेलवे भर्ती बोर्ड से सूचना मिलने के मात्र 37 दिनों के अन्दर यह परीक्षण संपन्न करा लिया गया l इस परीक्षण में कुल 44,778 अभ्यर्थियों ने भाग लिया l तह परीक्षा रेलवे भर्ती बोर्ड ,चेन्नई के माध्यम से कराई गयी l जिसमे सभी 21 रेलवे भर्ती बोर्ड भी सम्मिलित थे l
अभ्यर्थियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए पूरे देश में 93 परीक्षण केंद्र बनाये गए थे , जिसमे सबसे बड़ा केंद्र ,कोलकाता में था, जहाँ 1568 से अधिक अभ्यर्थियों ने भाग लिया ,जबकि आसाम का सिल्चर ऐसा शहर रहा ,जहाँ सिर्फ एक अभ्यर्थी के लिए परिक्षण केंद्र बनाया गया l
लखनऊ में स्थित अनुसंधान अभिकल्प और मानक संगठन का भारतीय रेल को तकनीकी रूप से अग्रणी रखने में महत्वपूर्ण योगदान है l आरडीएसओ के एक घटक के रूप में यातायात एवं मनोतकनीकी निदेशालय वर्ष 1974 से ही अभिवृत्ति परीक्षण के द्वारा भारतीय रेल के लिए मानसिक रूप से सबल एवं सक्षम लोको पाइलट ,मोटरमैन एवं स्टेशन मास्टर श्रेणी के कर्मचारियों के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करता आ रहा है ताकि रेल का परिचालन सुयोग्य और सक्षम रेल कर्मियों के हाँथ में सौपा जा सके और इस माध्यम से भारतीय रेल पर संरक्षा को सुदृढ़ किया जा सके l
इस .कम्प्युटरीकृत मनोवैज्ञानिक परीक्षण में सभी अभ्यर्थियों का बायोमेट्रिक परीक्षण कराया गया तथा सभी 93 परीक्षा केन्द्रों पर CCTV कैमरा सर्विलांस के माघ्यम से कड़ी नजर रखी गयी ताकि परीक्षा की शुचिता को बनाये रखा जा सके l