लखनऊ: सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने के अपने प्रयास के तहत उत्तर प्रदेश सरकार ने आज उत्तर प्रदेश के सड़क सुरक्षा अभियान का उद्घाटन किया। इस सड़क सुरक्षा अभियान का उद्घाटन इंटरनेशनल स्प्रिरिट्स एंड वाइंस एसोसिएशन आॅफ इंडिया (आइएसड्ब्ल्यूएआइ) और डियाज़ियो इंडिया के सहयोग से कर्ब इरिस्पाॅन्सिबल कंजम्पशन प्रोग्राम के तहत किया गया है। इस पहल की पेशकश उत्तर प्रदेश सरकार में उत्पाद शुल्क एवं निषेध मंत्री जय प्रताप सिंह, उत्तर प्रदेश सरकार में सामाजिक कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव मनोज सिंह, पुलिस महानिदेशक (उत्तर प्रदेश) ओम प्रकाश सिंह, आइएसड्ब्ल्यूएआइ के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन अमृत किरण और डियाज़ियो इंडिया के चीफ आॅपरेटिंग आॅफिसर (उत्तर) जगबीर सिंह की उपस्थिति में की गई।
उत्तर प्रदेश द्वारा शुरू किये गये इस 3 महीने तक चलने वाले महत्वपूर्ण कैम्पेन का उद्देश्य राज्य में शराब की गैर-जिम्मेदारी खपत पर लगाम कसना और सड़क सुरक्षा के मुद्दे के बारे में जागरूकता फैलाना है। इस अभियान में आउटडोर होर्डिंग्स, सार्वजनिक सेवा से जुड़ी घोषणाओं और रेडियो पर गतिविधियों का संयोजन शामिल होगा। साथ ही लखनऊ एवं वाराणसी में राज्य में पुलिस तथा ट्रैफिक अधिकारियों के लिये एक दक्षता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन भी किया जायेगा।
देश में सड़क सुरक्षा के आंकड़ों के अनुसार, भारत में प्रत्येक चार मिनट में 1 सड़क दुर्घटना होती है। सड़क दुर्घटना में हर साल 1,45,000 से अधिक मौतें होती हैं और वैश्विक सड़क दुर्घटनाओं में भारत की हिस्सेदारी 12.5 प्रतिशत है। एक अनुमान के अनुसार, 1.5 प्रतिशत से अधिक सड़क दुर्घटनायें और 4.6 प्रतिशत मौतें शराब पीकर गाड़ी चलाने के कारण होती हैं। यूनाइटेड नेशन्स के अनुसार भारत को दुर्घटनाओं के कारण सालाना 58 बिलियन डाॅलर का नुकसान झेलना पड़ता है।
हाल ही में, राज्य सरकार ने पुलिस और ट्रांसपोर्ट अधिकारियों को सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये थे। इनमें हैलमेट्स और सीट बेल्ट्स अनिवार्य रूप से पहनना, स्कूल वैन्स की नियमित जांच और ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूकता फैलाना शामिल है।
इस पहल के बारे में बताते हुये श्री जय प्रताप सिंह, उत्पाद शुल्क एवं निषेध मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा, ‘‘ गैर जिम्मेदार खपत को रोकना और सड़क सुरक्षा में वृद्धि यूपी सरकार के लिए शीर्ष प्राथमिकताओं में हैंै। मंत्रालय ने नई पहल- उत्तर प्रदेश का सड़क सुरक्षा अभियान, तैयार की है। यह राज्य में सड़क सुरक्षा के मुद्दे का समाधान करने के लिये एक बहु-सूत्रीय प्रोग्राम है। इस तरह की पहलें अधिक सुरक्षित सडकों के लिये हमारे मिशन को और अधिक सुदृढ़ करती हैं। इसी के साथ, मैं प्रत्येक भारतीय नागरिक से अनुरोध भी करना चाहूंगा कि वे यातायात के नियमों का पालन करें और कभी भी शराब पीकर गाड़ी नहीं चलायें।‘‘
श्री अमृत किरण सिंह, एक्जीक्यूटिव चेयरमैन, आइएसड्ब्ल्यूएआइ ने कहा, ‘‘शिक्षा एवं सशक्तिकरण के माध्यम से शराब की गैरजिम्मेदारीपूर्ण खपत पर लगाम लगाना शराब से निपटने का एकमात्र व्यावहारिक तरीका है। सड़क सुरक्षा तेजी से एक राष्ट्रीय महत्व का मुद्दा बन रहा है। एक उद्योग निकाय के रूप में, हम विभिन्न पहलों के माध्यम से लोगों में सड़क सुरक्षा एवं सुरक्षित ड्राइविंग आदतों को विकसित करने के लिये काम कर रहे हैं। हमें अपनी पहलों को अगले स्तर पर ले जाने के लिये उत्तर प्रदेश सरकार के उत्पाद शुल्क एवं निषेध मंत्रालय तथा डियाज़ियो इंडिया के साथ सहयोग कर बेहद गर्व हो रहा है।‘‘
इस साझेदारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये अबंती शंकारनारायणन, चीफ स्ट्रैटेजी एवं काॅर्पोरेट आॅफिसर, डियाज़ियो इंडिया ने कहा, ‘‘डियाज़ियो में हम शराब के दुरूपयोग के मुद्दे का समाधान करने के लिये प्रतिबद्ध हैं। इस पहल के माध्यम से हमारा उद्देश्य लोगों के व्यवहार में एक निश्चित बदलाव लाना है। हम उत्तर प्रदेश सरकार, इसके पुलिस बल और आइएसड्ब्ल्यूएआइ के प्रयासों की सराहना करते हैं, कि उन्होंने सड़क सुरक्षा अभियान की पेशकश राज्य में की। हमें पूरा भरोसा है कि निरंतर एवं सहयोगी उद्योग पहलों के माध्यम से अधिक से अधिक लोग शराब का जिम्मेदारीपूर्ण सेवन करने में चैम्पियन बनने और सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने के लिये प्रोत्साहित होंगे।‘‘
डियाज़ियो इंडिया ने पिछले 3 सालों में भारत में शराब के दुरूपयोग से निपटने और सड़क सुरक्षा संबंधित मुद्दों खासतौर से शराब पीकर गाड़ी चलाने का समाधान करने के लिये कई प्रभावी कार्यक्रम विकसित एवं क्रियान्वित किये हैं।
डियाज़ियो इंडिया के प्रमुख सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न समस्याओं जैसे कि सुरक्षित सड़कों के लिये शिक्षा, सशक्तिकरण, आपात सेवाओं एवं इंजीनियरिंग के समाधान के लिये एक समग्र नजरिया प्रदान किया जाता है।