वीरांगना ऊदा देवी को मंत्री कौशल किशोर ने दी श्रद्धांजलि
लखनऊ। 1857 ई के स्वाधीनता आन्दोलन की नायिका वीरांगना उदा देवी पासी जी के शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर मोहनलालगंज भाजपा सांसद एवं आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री भारत सरकार व पारख महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कौशल किशोर की अगुवाई में वीरांगना ऊदा देवी पासी को श्रद्धांजलि देने के लिए हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा से सिकंदरबाग चौराहे पर स्थिति वीरांगना ऊदा देवी पासी की प्रतिमा तक सैकड़ों लोगों ने कैंडल मार्च निकाला। इस कैंडल मार्च में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पारख महासंघ के सैकडों कार्यकर्ता शामिल हुए।
आपको बता दें कि 1857 ई की क्रांति के दौरान लखनऊ की शासक बेगम हजरत महल की सेना में महिला ब्रिगेड की सेनापति वीरांगना ऊदा देवी पासी ने 36 अंग्रेजों को मौत के घाट उतार दिया था। अंत में वे अंग्रेजों की गोली से शहीद हुईं। इसी क्रम में 16 नवंबर को उनका शहादत दिवस मनाया जाता है। शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर सांसद कौशल किशोर ने कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च का समापन सिकंदरबाग चौराहे पर स्थित वीरांगना ऊदा देवी की प्रतिमा पर मोमबत्तियां लगाकर हुआ।
इस अवसर पर सांसद कौशल किशोर ने कहा कि पारख महासंघ के माध्यम से पूरे देश में लोहा इकट्ठा कर लखनऊ में वीरांगना ऊदा देवी पासी की 100 फीट ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इस पार्क में बेगम हजरत महल, झलकारी बाई कोरी, अवंती बाई लोधी, अहिल्याबाई होल्कर, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, आदि की भी प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। प्रतिमाओं के साथ-साथ इन वीरांगनाओं के जीवन पर आधारित वृत्तचित्र भी बनाए जाएंगे जिससे लोगों को इनके जीवन एवं इनके द्वारा किये गये कार्यों की संपूर्ण जानकारी मिल सके।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से मलिहाबाद की विधायक श्रीमती जयदेवी कौशल, भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष विकास किशोर, मीडिया प्रभारी के.के रघुवंशी, केंद्रीय राज्य मंत्री माननीय कौशल किशोर के प्रतिनिधि प्रवीण अवस्थी, लोधी महासभा के अध्यक्ष गुड्डू लोधी, पारख महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष तेजीराम रावत, जितेंद्र कुमार, ज्ञानेंद्र शास्त्री, भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष सुबोध कुमार, मुनेंद्र कुमार वर्मा, राष्ट्रीय पासी महासंघ के अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद रावत, संजय रावत, रामप्रकाश रावत, श्यामलाल तूफानी, राजकुमार रावत, मेवालाल, एकबाल अहमद, बब्बू अग्निहोत्री, ज्ञान चंद्र ज्ञानी, आदि के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।