लखनऊ। राजधानी स्थित भाजपा कार्यलय के बाहर बढ़ी संख्या में मंगलवार को शिक्षा अनुदेशक अपनी मांगों को लेकर इकट्ठा हुए और सड़क को जाम कर अपनी मांगों को लेकर बैठ गए। जिसपर पुलिस ने जमकर अनुदेशकों पर लाठीचार्ज किया और अपनी मांगों पर डटे अनुदेशकों को भाजपा कार्यलय के बाहर से खदेड़ा दिया। शिक्षा अनुदेशक सुबह से ही हज़रतगंज में एकत्र होना शुरू हो गए थे और फिर उन्होंने भाजपा मुख्यालय को घेरने का प्लान बनाया। पहले तो पुलिस ने बैरिकेटिंग लगा कर भीड़ को रोकने का प्रयास किया पर जब अनुदेशक नहीं माने तो पुलिस ने लाठियां भांज कर उन्हें दूर तक खदेड़ा। तब शिक्षा अनुदेशकों में भगदड़ मच गई जिसके चलते पूरे हज़रतगंज में जाम की स्थिति उतपन्न हो गई। मानदेय, नवीनीकरण की मांग पर प्रदर्शनकर रहे शिक्षा अनुदेशकों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। जान बचाकर अनुदेशक पास में स्थित राष्ट्रीय लोकदल के कार्यालय में घुस गए। भारी संख्या में पुलिस फोर्स और आरआरएफ तैनात कर दी गई थी।
आपको बताते चले कि 2017-18 में अनुदेशकों का वेतन बढ़ा कर 17000 रुपये प्रस्तावित किया गया था लेकिन सरकार के वायदों के बावाजूद उन्हें यह बढ़ा हुआ वेतन कई महीनों से प्राप्त नही हो रहा है। जिस पर नाराज़ हो कर इन अनुदेशकों ने बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यलय का अपनी मांग को ले कर घेराव किया। जिसके बाद पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी और दूर तक महिलाओं सहित प्रदर्शनकारियों को दौड़ाया। जिस पर महिला प्रदर्शनकारियों ने सरकार को कोसते हुए कहा कि क्या हमको इतना भी अधिकार नही है कि हम अपनी बातों को ले कर पदर्शन कर सके। प्रदर्शनकारीतेजस्वी शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकार हमारी मांगो पर कोई ध्यान नहीं दे रही जिसकी वजह से हम लोग भाजपा मुख्यालय गए थे पर पुलिस ने सरकार के इशारे पर लाठीचार्ज किया है।