शहर से लेकर देहात तक आज (मंगलवार) और कल (बुधवार) दोनों दिन जन्माष्टमी की धूम रहेगी। शैव (स्मार्त) मत को मानने वाले लोगों आज जन्माष्टमी मनाएंगे जबकि वैष्णव मत वाले श्रद्धालु कल बुधवार को धूमधाम से कान्हा का जन्मोत्सव मनाएंगे। कोरोना काल के चलते भले ही सामूहिक कार्यक्रम आयोजित न हो रहे हों, लेकिन श्रद्धालुओं ने घरों के आयोजन को लेकर कई सारी तारियां की हैं।
ग्रहस्थी और शैव मत को मानने वाले श्रद्धालु आज कान्हा का जन्मोत्सव मनाएंगे। जबकि विशेष संप्रदाय के गुरुओं से दीक्षा लेने वाले और वैष्णव नियमों का पालन करने वाले श्रद्धालु बुधवार को धूमधाम से जन्माष्टमी मनाएंगे। कान्हा के जन्मोत्सव को लेकर तैयारियां हो गई हैं। अब इंतजार है तो मध्य रात्रि का। 12 बजते ही घंटे घड़ियाल गूंज उठेंगे और घरों में कान्हा का जन्म होगा। इसके बाद अभिषेक करके नई पोशाकें धारण कराई जाएंगी और भोग लगाकर व्रत का पारण किया जाएगा। शहर के कई मंदिरों में बुधवार को जन्माष्टमी मनाई जा रही है। जबकि कई श्रद्धालु भी इसी पक्ष में हैं। ऐसे में दोनों दिन कान्हा के जन्म को लेकर धूमधाम रहेगी।
पूजन का यह है समय
शैव मत के अनुसार मंगलवार मध्य रात्रि में अभिषेक, पूजा पाठ का मुहूर्त रहेगा। जबकि वैष्णव मत के लिए 12 अगस्त दिन बुधवार को शुभ मुहूर्त रात्रि 23:58 से 00:44 मिनट तक करीब 45 मिनट का है। जन्माष्टमी का पारण अगले दिन 13 अगस्त दिन गुरुवार को सूर्योदय के पश्चात ही होगा।