देश-विदेश की शिक्षात्मक बाल फिल्मों को देखने हेतु
छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों का उत्साह चरम पर
लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरिम में चल रहे नौ-दिवसीय ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव में शिक्षात्मक बाल फिल्में देखने का भारी उत्साह छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों में दिखाई दिया और सी.एम.एस. कानपुर रोड का समस्त परिसर बड़ी संख्या में उपस्थित बच्चों एवं अभिभावकों से दिन भर खचाखच भरा रहा। इससे पहले, मुख्य अतिथि स्वामी प्रसाद मौर्य, श्रम एवं रोजगार मंत्री, उ.प्र. ने दीप प्रज्वलित कर अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव के छठें दिन का विधिवत उद्घाटन किया, जबकि प्रख्यात गायक अभिजीत घोषाल एवं बाल कलाकार सिद्धार्थ निगम व अवनीत कौर ने अपनी उपस्थिति से बाल फिल्मोत्सव की रौनक में चार-चाँद लगा दिये। इस अवसर पर सी.एम.एस. छात्रों ने सुमधुर स्वर में प्रार्थना गीत व सर्व-धर्म प्रार्थना प्रस्तुत कर सम्पूर्ण आडिटोरियम को आध्यात्मिक चेतना से अभिभूत कर दिया। ज्ञातव्य हो कि छात्रों एवं युवा पीढ़ी के चरित्र निर्माण एवं सर्वांगीण विकास हेतु सी.एम.एस. के फिल्म्स डिवीजन द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव का आयोजन 5 से 13 अप्रैल तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत 94 देशों की बेहतरीन शिक्षात्मक बाल फिल्में निःशुल्क दिखाई जा रही हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव के छठें दिन का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि स्वामी प्रसाद मौर्य, श्रम एवं रोजगार मंत्री, उ.प्र. ने अपने संबोधन में कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव बच्चों के चरित्र निर्माण की अनूठी पहल है क्योंकि इसमें मनोरंजन के साथ ही शिक्षा का समावेश भी है। ऐसे प्रयासों से ही पारिवारिक व सामाजिक वातावरण चरित्रमय बनता है। भौतिकता के इस दौर में बच्चे पढ़-लिखकर भी नैतिकता व आध्यात्मिकता के उत्कृष्ट विचारों से दूर रह जाते हैं, ऐसे में सी.एम.एस. शिक्षाप्रद एवं प्रेरणादायी बाल फिल्मों के माध्यम से भावी पीढ़ी को समाज का आदर्श नागरिक बनाने की अलख जगा रहा है, जिसकी सराहना की जानी चाहिए।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव के अन्तर्गत आज 25 विद्यालयों के 11,000 हजार से अधिक बच्चों ने ज्योति, द लिटिल चर्च माउस, लव द नेबर, लिटिल मैन, विजन आफ होम, रवि, द अम्बेसडर आफ द काॅस्माॅस, वान्ट आईसक्रीम, रांग गाईज, जिम्मेदारी, द प्राइसलेस आर्ट, द अमेजिंग ट्वाय, लाइफ इज नाट फेयर, द टाइम ट्रेवलर्स, वाटर इज फ्री, व्हाट गोज अप, फिर एक सुबह, अनमोल रतन, द लायन ब्वाए एण्ड द आउल गर्ल, आओ दोस्ती करें, आई वान्ट टु लिव इन द जू, ए गोल्ड स्टार किड आदि अनेक उत्कृष्ट फिल्मों का आनन्द उठाया। शैक्षिक बाल फिल्मों का आनन्द उठाने अपने बच्चों के साथ पधारे अभिभावकों ने खुले दिल से इस बात को स्वीकारा कि यह बच्चों को जीवन मूल्यों की शिक्षा देने का बड़ा ही सीधा व सरल तरीका है। इन बाल फिल्मों में सभी धर्मों की एकता, मानव मात्र की एकता, ईश्वरीय भक्ति, सच्चाई की जीत, प्रार्थना की शक्ति, आत्मविश्वास इत्यादि अनेक गुणों पर प्रकाश डाला गया है।
बाल फिल्मोत्सव का आनन्द उठाने पधारे विद्यालयों के छात्रों में सेक्रेड हर्ट सीनियर सेकेण्डरी स्कूल, लखनऊ क्रिश्चियन कालेज, सेवेन्थ डे एडवेन्टिस्ट मिशन स्कूल, सेंट मैरी इण्टर कालेज, केन्द्रीय विद्यालय, आई.टी. कालेज, शिवाजी पब्लिक स्कूल, भारतीय आदर्श विद्या मंदिर हाई स्कूल, अरुणोदय विद्यालय, न्यू ग्रीन वे पब्लिक स्कूल, श्री सुन्दर लाल कमला इण्टर कालेज, होली मिशन काॅलेजिएट एवं श्री राम एजूकेयर पब्लिक स्कूल आदि शामिल हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव में पधारे गायक अभिजीत घोषाल एवं बाल कलाकार सिद्धार्थ निगम सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से रूबरू हुए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए अभिजीत घोषाल ने कहा कि यह महोत्सव निश्चित ही बच्चों के चरित्र निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा क्योंकि इन बाल फिल्मों में जो पात्र हैं वह जीवन के ही अंग हैं। इसलिए बच्चों पर इनका गहरा प्रभाव पड़ता है और वे जीवन मूल्यों की शिक्षा ग्रहण करते हैं। इस अवसर पर बाल कलाकार सिद्धार्थ निगम ने भी दिल खोलकर बाल फिल्मोत्सव की प्रशंसा की और अपने विचार रखे।
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए फिल्म फेस्टिवल के चेयरमैन व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी, संस्थापक, सी.एम.एस. ने कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव को लखनऊ की जनता का जो सहयोग मिल रहा है, उससे मैं अभिभूत हूँ और आभार व्यक्त करता हूँ। डा. गाँधी ने कहा कि आजकल बड़े पर्दे पर दिखाई जाने वाली फिल्में बच्चों के कोमल मन को दूषित कर रही हैं, ऐसे में सी.एम.एस. इस महोत्सव में दिखाई जा रही फिल्मों के माध्यम से बच्चों में आत्मविश्वास पैदा करने का प्रयास कर रहा है कि मेहनत व श्रम द्वारा वे चाहें तो आसमान के तारे तक तोड़ने की क्षमता रखते हैं। डा. गाँधी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सी.एम.एस. का यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव लखनऊ में ही नहीं अपितु पूरे देश में अत्यन्त लोकप्रिय हो रहा है और बड़ी-बड़ी फिल्म हस्तियाँ व अन्य अनेक विद्वजन यहाँ पधारकर बच्चों का उत्साहवर्धन कर रहे हैं।
आई.सी.एफ.एफ.-2018 के फेस्टिवल डायरेक्टर वी. कुरियन ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव के सातवें दिन कल 11 अप्रैल, बुधवार को प्रातः 9.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में ‘पुरस्कार वितरण समारोह’ का आयोजन किया जायेगा, जिसमें विभिन्न देशों की बेहतरीन बाल फिल्मों को अलग-अलग वर्गो में
10 लाख रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। इस अवसर पर प्रदेश के वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल मुख्य अतिथि होंगे। इसके अलावा, प्रख्यात अभिनेता रजा मुराद, अभिनेत्री आशिका भाटिया एवं बाल कलाकार भावेश बालचन्दानी भी उपस्थित रहेंगे।