आपको यह जानकर अति दुख एवं गर्व महसूस होगा कि साहेब श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी के समूह परिवार को एक सप्ताह में दिनांक 23 से 28 दिसम्बर में बलिदान कर दिया। अध्यक्ष श्री सम्पूरन सिंह बग्गा जी ने बताया कि श्री गुरू सिंह सभा गुरूद्वारा मानसरोवर, गुरुतेगबहादर नगर, एल. डी. ए. लखनऊ में विशेष बलिदान दिवस दिनांक 23 दिसम्बर से 28 दिसम्बर शाम 06:15 बजे उनकी यादगार में मनाया जायेगा केवल साहेब श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी के जीवन पर हजूरी रागी भाई लाखन सिंह जी कीर्तन और कथा हेड ग्रन्थी भाई सुखजीत सिंह जी ने साध संगतों को गुरु जी के बारे में कथा द्वारा बताया। समस्त साध संगतों द्वारा कीर्तन एवं कथा सुनकर उपस्थित लोगों का शरीर कांप गया। चार साहिबजादों जिनकी उम्र सिर्फ 06 वर्ष साहिबजादा फतेह सिंह जी, 08 वर्ष की उम्र साहिबजादा जुरावर सिंह जी, तीसरे की उम्र 14 वर्ष साहिबजादा जुझार सिंह जी और चौथे साहिबजादे जिनकी उम्र 17 वर्ष अजीत सिंह जी ने मुल्क की रक्षा हेतु दो साहिबजादे वीरगति को प्राप्त हुए ।
जुझार सिंह एवं अजीत सिंह और दो छोटे साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह को जिन्दा दीवार में चिनने उपरान्त गला रेतकर शहीद कर दिया गया इसकी खबर सुनते ही माता गुजरी जी (दादी मां) ने अपनी सांसें त्याग दीं। अध्यक्ष सम्पूरन सिंह बग्गा ने कहा कि ऐसे गुरु जिसने अपने वंश को हिन्दू कौम को बचाने के लिए कुर्बान कर दिया तो क्या हम सभी देश विदेश में रह रहे सिक्ख एक सप्ताह उनको याद करना हम सभी का धर्म है। हमें गर्व है कि हम एक सिक्ख हैं और हमें उनके बताये रास्ते पर चलना चाहिए। सुबह शाम ऐसे पिता को याद करते रहना चाहिए। दुनिया में ऐसा पिता शायद ही होगा जिसने मुल्क की बुराईयों को समाप्त करने के लिए अपने परिवार की कुर्बानी दी है। ऐसे गुरू को मैं अपना शीश झुकाकर प्रणाम करता हूँ और गुरू की सेवा, समाज सेवा, गुरूद्वारे की सेवा करता रहूँ। इस समारोह में गुरूद्वारा साहिब के सभी पदाधिकारी मौजूद थे।