“राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख सिख समुदाय को दो भागों में बांटने का कर रहे प्रयास, हो रही सरकार की छवि धूमिल” लखनऊ गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष स.राजेन्द्र सिंह बग्गा ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के 220 पावन स्वरूपों को अमृतसर साहिब से लखनऊ मंगवाकर इन्हे यहां से आस्ट्रेलिया भेजने को लेकर लखनऊ के एक होटल में राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख द्वारा आहूत की गई बैठक पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा सर्वप्रथम तो श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों को श्री अकाल तख्त साहिब अमृतसर से वहां के मानयोग जत्थेदार, अध्यक्ष ,मुख्य ग्रंथी जी की गरिमामयी उपस्थिति में आस्ट्रेलिया के लिए स:सम्मान विदा कराना चाहिए था जिससे देश विदेश में रह रहे सिख समुदाय में इन पावन स्वरूपों के आदर सत्कार के प्रति एक अलग संदेश जाता लेकिन इन पावन स्वरूपों को अमृतसर से सीधे आस्ट्रेलिया न भेजकर इन्हे पहले लखनऊ मंगाया जाना एवं यहां से चार्टेड प्लेन द्वारा आस्ट्रेलिया भेजा जाना केवल राजनीति से प्रेरित है।आयोजन में सहभागिता को लेकर राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख द्वारा अपने सरकारी लेटर हेड पर जारी निमंत्रण के अनुसार 25 सितंबर को श्री अमृतसर साहिब से साहिब श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 220 पावन स्वरूप लखनऊ आ रहे हैं।यहां से इनको चार्टेड प्लेन द्वारा आस्ट्रेलिया भेजा जाएगा जबकि इन पावन स्वरूपों को अमृतसर साहिब से भी आस्ट्रेलिया भेजा जा सकता था। श्री बग्गा जी ने कहा कि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख एवं लखनऊ के चंद सिख प्रतिनिधि पावन स्वरूपों के माध्यम से अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहते हैं। श्री बग्गा जी का कहना है कि इस बाबत आहूत बैठक होटल में न होकर लखनऊ के किसी गुरुद्वारे में सिख संगत की उपस्तिथि में होनी चाहिए थी लेकिन राज्य मंत्री ने सिख समुदाय में दरार डालने का कार्य किया है जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है।आयोजन में सहभागिता को लेकर जो सूचना केंद्रीय गुरुद्वारा आलमबाग ,लखनऊ की प्रबन्धक कमेटी के लेटर हेड के माध्यम से पहुंचनी चाहिए थी, उस सूचना के लिए राज्य मंत्री ने अपने सरकारी लेटर हेड का प्रयोग किया। लखनऊ गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष स.राजेन्द्र सिंह बग्गा ने इसे पद की गरिमा व सरकारी लेटर हेड का दुरुपयोग बताया। साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ जी से सरकारी लेटर हेड के दुरुपयोग पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य मंत्री की इस द्वेषपूर्ण राजनीति से लखनऊ के सिख समुदाय में रोष व्याप्त है। श्री बग्गा का कहना है कि राज्य मंत्री द्वारा आयोजित बैठक एवम् प्रेस वार्ता में सिख समाज के सम्मानित नहीं बल्कि ऐसे लोग शामिल हुए जो माननीय न्यायालय द्वारा सजा आफ़ता हैं एवम् जिनके ऊपर संगीन धाराओं में मुकदमें चल रहे हैं। राज्य मंत्री की इन माफियाओं एवम् माफियाओं की राज्य मंत्री पर कृपा दृष्टि बनी रहती है जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है। श्री बग्गा जी ने कहा कि केंद्रीय गुरुद्वारा आलमबाग अध्यक्ष निर्मल सिंह राज्य मंत्री के सहयोग एवम् कृपा दृष्टि राजनीतिक लाभ प्राप्ति की जुगत में लगे रहते हैं। एक माह पूर्व राज भवन में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के 401 वें प्रकाश पर्व को समर्पित गुरमत समागम के आयोजन में सिख समुदाय का विभाजित होना किसी से छिपा नहीं है।जिसका श्रेय बलदेव सिंह की द्वेषपूर्ण कार्यशैली को माना जा रहा है। श्री बग्गा ने कहा कि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख सिख समुदाय को जोड़ने का नहीं तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। राज्यमंत्री की कार्यशैली से लखनऊ के सिख समुदाय में रोष व्याप्त है।