श्री श्री राधारमण बिहारी (इस्कॉन) मंदिर द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के उपरान्तं सेक्टर-एफ, सुशान्त गोल्फ सिटी, शहीद पथ, सुल्तानपुर रोड, लखनऊ में दिनांक 25.09. 2021 एव 26.09.2021 दिन शनिवार, रविवार को श्रीमद भगवदगीता सेमिनार (आनन्द की ओर) का आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम दिन मंदिर अध्यक्ष श्रीमान् अपरिमेय श्याम दास जी ने बताया अधिकतर संसार में हम अपनी पहचान अपने नाम, ख्याति अपने शरीर से करते हैं लेकिन वास्तव में हम भगवान् के अंश है। हम जीवात्मा हैं और हम जितना भी सुख लना चाह रहे है, शरीर के स्तर पर लेना चाह रहे हैं। शरीर से मिलने वाला सुख क्षणिक है स्थायी सुख नहीं है। स्थायी सुख ऐसा सुख है जो निरन्तर बढता जाये, उसे आनन्द बोलते हैं। आनन्द को प्राप्त करने के लिए हम अध्यात्मिक जीवन को गम्भीरता से लेना पडेगा, फिर निश्चित रूप से हम अध्यात्मिक आनन्द को ले सकते हैं और अध्यात्मिक आनन्द की प्राप्ति के लिए अध्यात्मिक ज्ञान का होना अति आवश्यक है। बिना अध्यात्मिक ज्ञान के कोई भी व्यक्ति अध्यात्मिक जीवन को सही तरीके से नहीं अपना सकता। सामान्य तौर पर देखा जाता है कि संसार में बहुत सारे ऐसे लोग हैं
जो अध्यात्मिक जीवन को अपनाने में वास्तविक में अध्यात्मिक ज्ञान को गंभीरता से नहीं लेते और कोई भी ज्ञान तक फलीभूत नहीं होता जब तक वो क्रमबद्ध तरीके से न लिया जाय। हम संसार में भौतिक ज्ञान को भी देख सकते हैं कि कोई भी ज्ञान हमें क्रमबद्ध तरीके से न दिया जाये तो वह ज्ञान हमारे जीवन में प्रभाव नहीं डालता है। अतः वह ज्ञान हमारे हृदय में उतर नहीं पाता। इसी प्रकार से अध्यात्मिक जीवन को क्रमबद्ध तरीके से लेना चाहिए और इसी परम्परा में दो दिन का सेमिनार रखा गया है, इसके बाद 64 दिनों की क्लासों का कोर्स और होगा, इसमें लोगों को उचित तरीके से अध्यात्मिक दिशा दी जायेगी।
कार्यक्रम में शहर की मशहूर हस्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी और अंत में भक्तों ने भोजन प्रसादम का आनन्द उठाया।