बिजली संकट आशियाना राजाजीपुरम चिनहट अपट्रान चौक पाल तिराहा में उपभोक्ताओं का घेराव । शाम साढ़े चार बजे गई बिजली देर रात तक फेस वाइज हो सकी बहाल।
लखनऊ, देश प्रतिदिन स्मार्ट मीटर बिजली उपभोक्ताओं के लिए बुधवार की शाम सिरदर्द बन गए। राजधानी के 26 खंडों में से आठ खंड में उपभोक्ताओं ने दर्जनों बिजली घरों में जाकर हंगामा किया और बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। कारण था उपभोक्ताओं के घरों की बिजली का अचानक गुल हो जाना। जन्माष्टमी के मौके पर उपभोक्ता घरों में पूजा पाठ की तैयारी कर रहे थे, तभी लाइट चली गई। इसके कारण उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ी। राजाजीपुरम, आशियाना सहित कई बिजली घरों में अभियंताओं को स्थिति बिगड़ने पर पुलिस बल बुलवाना पड़ा। वहीं अभियंताओं के मुताबिक स्मार्ट मीटर की जीपी बैच के सारे मीटर अचानक बंद हो गए। खासबात रही कि अभियंता मीटर लगाने वाली कार्यदायी संस्था पर पूरी तरह निर्भर रहे। बिजली विभाग के पास एक अधिशासी अभियंता के अलावा कोई मजबूत टीम आइटी सेक्टर की नहीं है। ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर स्मार्ट मीटर बिना तैयारी के वृहद स्तर पर लगाना कही भविष्य में उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत न बन जाए।
बुधवार शाम 4:30 बजे के आसपास चिनहट के मटियारी में कई घरों में बिजली चली गई। यही हाल चौक, आशियाना, सपना कालोनी सहित हजारों घरों का रहा। उपभोक्ताओं ने जब बिजली घर फोन मिलाकर जानकारी लेनी चाही तो सही चीज नहीं बताई गई, क्योंकि अभियंता इस नई मुसीबत से अंजान थे। वहीं उपभोक्ताओं ने सोचा कि बकाए के कारण उनकी बिजली काट दी गई है। ऐसे में जब कई घंटों तक अभियंताओं की ओर से उचित जवाब नहीं मिला तो उपभोक्ता आशियाना, राजाजीपुरम, चिनहट, अपट्रान, चौक, पाल तिराहा जैसे बिजली घरों में पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। उधर भीड़ देख कई बिजली घरों में अभियंता व कर्मचारी भाग खड़े हुए।
मध्यांचल के अभियंताओं ने बताया कि स्मार्ट मीटर सर्वर से कनेक्ट हैं। कही से भी बैठकर उपभोक्ता के मीटर की रीडिंग, लोड व बकाए पर बिजली काटी जा सकती है। बुधवार को यही आधुनिकता शक्ति भवन से लेकर मध्यांचल में बैठे अफसरों के लिए सिरदर्द बन गई। चेयरमैन यूपीपीसीएल ने ट्वीट करके उपभोक्ताओं से माफी भी मांगी है। वहीं उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने कहा कि पूरे मामले को लेकर गुरुवार को ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से अवगत कराया जाएगा।
रिपोर्ट आकाश श्रीवास्तव