बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने की कोई जल्दी नहीं है और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं को इस मुद्दे पर बोलने से परहेज करने की सलाह दे दी गई है। यादव ने यह बयान राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की उस टिप्पणी की पृष्ठभूमि में दिया है जिसमें उन्होंने कुछ दिन पहले दिल्ली में कहा था कि यादव अगले साल तक बिहार के मुख्यमंत्री बन जाएंगे। इससे लगा था कि नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यू) के कुछ नेता नाराज हो गए हैं।
यादव ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी कोई व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं है और न ही उन्हें किसी बात की हड़बड़ी है। उन्होंने कहा “ समर्थक हद से ज्यादा बढ़ जाते हैं लेकिन यह वह समय नहीं है जब हमें यह सोचना चाहिए कि भविष्य में मुख्यमंत्री कौन होगा?” राजद प्रमुख लालू प्रसाद के राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले यादव ने कहा, ‘‘हमें फासीवादी ताकतों को सत्ता से हटाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जिनका प्रतिनिधित्व भाजपा करती है। हमने बिहार में इसे हासिल किया है। राष्ट्रीय स्तर पर इसे हासिल करने की जरूरत है।’’
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार हमारे मुख्यमंत्री और बहुदलीय महागठबंधन के नेता हैं। वह भाजपा को हराना चाहते हैं।” जगदानंद सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा था कि नीतीश कुमार 2023 तक खुद को राष्ट्रीय राजनीति के लिए समर्पित कर देंगे और यादव उनके उत्तराधिकारी के रूप में पदभार संभालेंगे। इसके बाद जदयू संसदीय बोर्ड के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने सिंह पर कटाक्ष किया था।