आकाश श्रीवास्तव
तेज होती राप्ती नदी के करेन्ट ने 25 घरों को नदी में समाहित कर दिया. लगभग दो हजार की आबादी वाले इस गांव के कुछ लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर गए हैं जबकि बाकी के पास गांव से बाहर जाने का कोई विकल्प नहीं है.
बलरामपुर. बलरामपुर (Blarampur) में राप्ती नदी (Rapti Rever) ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. घटते जलस्तर (Water level) के साथ राप्ती नदी तटवर्ती गांवों में भीषण कटान कर रही है. जिले के लगभग एक दर्जन से अधिक गांव राप्ती नदी की कटान की जद में आ चुके हैं. इस समय सबसे बुरा हाल सदर ब्लॉक के गांव कल्याणपुर का है, जहां राप्ती की कटान से हाहाकार मचा हुआ है. एक ही रात में लगभग 50 मीटर की कटान करती हुए राप्ती नदी ने दो दर्जन घरों को उजाड़ दिया है. घरों को काटती हुई नदी गांव के बीच में बने प्राथमिक विद्यालय (primary school) तक पहुंच चुकी है. प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुर को भी इसने अपनी चपेट में ले लिया है. विद्यालय की एक दीवार नदी में समाहित हो चुकी है. बाढ़ खण्ड की टीम 15 दिन पहले से फ्लड फाइटिंग करती हुई गांव को बचाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन इंजीनियरों की सारी तकनीक पर राप्ती नदी के तेज बहाव ने पानी फेर दिया.
25 घर नदी में समाहित
15 दिन पूर्व गांव को बचाने के लिए जब राप्ती नदी के तेज प्रवाह को रोकने के लिए फ्लड फाइटिंग शुरू की गई, तब नदी गांव से लगभग 200 मीटर दूर बह रही थी. लेकिन घटते जलस्तर और तेज होती राप्ती नदी के करेन्ट ने 25 घरों को नदी में समाहित कर दिया. लगभग दो हजार की आबादी वाले इस गांव के कुछ लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर गए हैं जबकि अधिकांश लोग गांव में ही जमे हैं. इनलोगों के पास गांव से बाहर जाने का कोई विकल्प नहीं है.
चारों तरफ से घिर गया है कल्याणपुर गांव
कल्याणपुर गांव चारों तरफ पानी से घिरा हुआ है. तीन तरफ से राप्ती नदी ने इस गांव को घेर रखा है, तो एक तरफ से नौखान है. इस नौखान को नाव से पार करके ही गांव में प्रवेश किया जा सकता है. पूरा गांव उजड़ा हुआ नजर आ रहा है. एसडीएम सदर डॉ. नागेन्द्रनाथ यादव ने इस गांव का दौरा किया और राहत व बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया. कल्याणपुर गांव में कट रहे घरों और प्राथमिक स्कूल को बचाने के लिए बाढ़खण्ड के सहायक अभियन्ता प्रीतम कुमार भी अपने दस्ते के साथ जुटे हुए हैं.