चीन सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच यूपी के एक्सप्रेस-वे भारतीय वायु सेना की बड़ी मदद के लिए तैयार हैं। उत्तर प्रदेश के दो एक्सप्रेस वे पर अब कभी मिराज- 2000, जगुआर, सुखोई-30, जैसे फाइटर प्लेन उड़ान भर सकते हैं और उतर भी सकते हैं। यही नहीं विशालकाय हरक्यूलिस प्लेन भी यहां खुद को आजमा चुका है। आने वाले वक्त में जब आपात स्थिति में एयरबेस व रनवे बाधित हों तब इन्हीं एक्सप्रेस वे पर फाइटर प्लेन यहां से टेक ऑफ कर लक्ष्य की ओर जा सकते हैं।
नोएडा से आगरा तक बने यमुना एक्सप्रेस वे हो या आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे- यहां बने रनवे भारतीय वायु सेना की कसौटी पर पूरी तरह मुफीद साबित हो चुके हैं। अब पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर भी फाइटर प्लेन को इस तरह की सुविधा इस साल तक मिल जाएगी।
यूपीडा द्वारा बनाए जा रहे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर साढ़े तीन किलोमीटर की एयरस्ट्रिप बनाई जा रही है। यह सुल्तानपुर में जयसिंहपुर के पास कूडेभार गांव के पास ऐसी जगह पर बन रही है जो आबादी से काफी दूर है। बिना डिवाइडर के बनने वाले इस रनवे के दाएं-बाएं के दोनों किनारे भी इन विमानों के वजन को सहने योग्य बनाए जा रहे हैं। इस तरह यूपी देश का पहला राज्य है जो तीन तीन एक्सप्रेस वे पर लड़ाकू विमानों को इमरजेंसी लैंडिंग व टेक आफ के रनवे उपलब्ध करवाने वाला है।
खास बात यह कि पहला रनवे बसपा सरकार में, दूसरा रनवे सपा सरकार में व तीसर भाजपा सरकार में बन रहा है। लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे पर यह खास एयरस्ट्रिप उन्नाव में बांगरमऊ के पास है। इन दोनों एक्सप्रेस के साथ साथ सैफई एयरस्ट्रिप पर भी लड़ाकू विमान टेक ऑफ कर ट्रायल कर चुके हैं।
तीन ठिकानों से भरी जाएगी उड़ान
भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में हिंडन व आगरा एयरबेस के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर भारतीय वायु सेना इन तीनों एक्सप्रेस का इस्तेमाल कर सकती है। इन तीन एक्सप्रेस वे के जरिए दिल्ली से लेकर बलिया तक 900 किमी में तीन ऐसे ठिकाने उपलब्ध होंगे जहां बम या मिसाइल से लैस लड़ाकू विमान उड़ान भर चीन व पाकिस्तान सीमा जैसे टारगेट की ओर जा सकते हैं। वैसे इस तरह की सुविधा पाकिस्तान के इस्लामाबाद व लाहौर हाइवे पर हैं जबकि चीन ने अपने परंपरागत एयरबेस के अलावा कुछ राजमार्गों को भी इस लायक बना रखा है। कुछ और देश भी अपने यहां के एक्सप्रेस को इस तरह की सुविधा युक्त बना रहे हैं। देश के कुछ अन्य निर्माणाधीन एक्सप्रेस वे पर इसी तरह की एयरस्ट्रिप बनाने की योजना है।