यूपी में शनिवार को 3840 नए कोरोना पॉजिटिव सामने आए हैं। अब तक कुल 51334 लोगों को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या बढक़र 36037 हो गई है। जबकि 1677 मरीजों की मौत हो चुकी है। अब तक प्रदेश में कुल 89711 कोरोना पॉजिटिव सामने आ चुके हैं। स्वस्थ विभाग की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को लखनऊ में 363, कानपुर में 317, नोएडा 129, गाजियाबाद 169, वाराणसी 229, प्रयागराज 231, बरेली 110, झांसी 52, मेरठ 33, गोरखपुर 112, जौनपुर 47, मुरादाबाद 156, आगरा 33, बलिया 53, अलीगढ़ 45, बुलंदशहर 17, हापुड़ 17, अयोध्या 54, देवरिया 93, बाराबंकी 72, गाजीपुर 48, हरदोई 40, सहारनपुर 68, शाहजहांपुर 117, रामपुर 39, आजमगढ़ 47, संभल 14, चंदौली 60, संतकबीर नगर 17, बस्ती 29, मथुरा 27, कन्नौज 20, मुजफ्फर नगर 46, सिद्धार्थ नगर 17, उन्नाव 24, महाराजगंज में 77 मरीज मिले हैं। वहीं पीलीभीत में 72, सुल्तानपुर 57, मिर्जापुर 36, गोंडा 68, बिजनौर 27, फिरोजाबाद 04, मैनपुरी 23, इटावा 22, कुशीनगर 30, अमरोहा 25, बागपत 07, भदोही 05, रायबरेली 28, सोनभद्र 40, मऊ 18, बहराइच 15, फतेहपुर 28, सीतापुर 14, फर्रुखाबाद 26, अमेठी 07, लखीमपुर खीरी 18, जालौन 32, प्रतापगढ़ 37, शामली 07, बदायूं 15, 21, कासगंज 23, औरैया 23, ललितपुर 13, एटा 07, कौशांबी 08, बांदा 01, हमीरपुर 12, महोबा 16, बलरामपुर 10, कानपुर देहात 18, हाथरस 09, आंबेडकर नगर 10, चित्रकूट में 08 और श्रावस्ती में 08 मरीज संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा 47 मरीजों की मौत हुई और 2471 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है।
सभी जिलों में ऑन डिमांड जांच की सुविधा
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य ने बताया कि संक्रमण का पता लगाने के लिए अब ऑन डिमांड जांच की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। कोई भी व्यक्ति अपने नजदीक के जांच केंद्र पर जाकर जांच कराई जा सकती है। सरकारी अस्पतालों में जांच की सुविधा और इलाज बिलकुल फ्री है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को 93381 नमूनों की जांच की गई। थी। इस तहत अब तक 2418809 नूमूनों की जांच की जा चुकी है। इसके अलावा पांच-पांच नमूनों के 3071 पूल बनाकर जांच की गई। इसमें 537 पूल पॉजिटिव मिले हैं। इसी तरह दस-दस नमूनों के 285 पूल बनाकर जांच की गई। इसमें 19 पूल पॉजिटिव मिले हैं। उन्होंने बताया कि इस समय प्रदेश में होम आइसोलेशन में लक्षण विहीन 9315 मरीज हैं। 1114 लोग प्राइवेट और 129 मरीज सेमी पेड व्यवस्था में इलाज करा रहे हैं। बाकी स्वासथ्य विभाग के अस्पतालों में हैं। इसके अलावा प्रत्येक जिले में एल टू लेवल के अस्पताल की व्यवस्था की जा रही है