आर्थिक मंदी की इस दौर में शहरी लोगों पर कुछ नए टैक्स की मार पड़ सकती है। नगर विकास विभाग ने पंचम राज्य वित्त आयोग की संस्तुतिओं पर अगर अमल किया तो लोगों को नए टैक्स का भी भार उठाना होगा। इतना ही नहीं पुराने कर की दरों यानी गृहकर, जलकर व सीवर कर भी अधिक देना पड़ सकता है।
पंचम राज्य वित्त आयोग की संस्तुतियों को विधानसभा से मंजूरी मिल चुकी है। इसके आधार पर अब नगर निकायों को आय के संसाधन बढ़ाने के लिए सुझावों पर अमल करना है। आय के संसाधन बढ़ाने के लिए नए कर लगाए जा सकते हैं। वित्त आयोग की संस्तुतियों के आधार पर निकायों ने अगर नए कर लगाए तो लोगों के ऊपर भार पड़ना तय है।