कानपुर, तीन अक्टूबर 2019 को जेल से कचहरी में पेशी पर आने के बाद फरार हुए एक लाख रुपये के इनामी अपराधी विक्की सोनी को एसटीएफ ने मंगलवार देर शाम मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। डेढ़ वर्ष से वह पुलिस को चकमा देकर कुछ माह मुंबई में और फिर नेपाल में रहा था। दो दिन पहले ही नौबस्ता स्थित अपने घर आया था। एसटीएफ ने घेराबंदी की तो साथी संग बाइक से भागा और पीछा करने पर पनकी में एसटीएफ टीम पर फायङ्क्षरग की। आगे जाकर सीमेंटेड नाले में गिरकर घायल हो गया।
वर्ष 2015 में विक्की व उसके साथियों ने नौबस्ता स्थित एक ढाबे पर विवाद के बाद एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। वर्ष 2019 में हत्या के इसी मामले में कोर्ट ने उसे दोषी माना था। तीन अक्टूबर को विक्की व उसके साथियों को जेल से पेशी पर लाया गया था। जहां वह सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया था। अधिकारियों ने सुरक्षा में तैनात दो सिपाहियों जितेंद्र व सतेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें निलंबित किया और विक्की को फरार कराने के आरोप में उसके दो भाइयों व दो दोस्तों को जेल भेजा था। इसके बाद अधिकारियों ने उस पर इनाम की राशि बढ़ाकर एक लाख रुपये की थी। खुफिया एजेंसियों को उसके मुंबई और फिर नेपाल में कहीं छिपे होने की सूचना मिली थी।
एसटीएफ के दारोगा ने बताया कि सोमवार को विक्की परिवार से मिलने नौबस्ता आया था। मंगलवार को वह पनकी मंदिर दर्शन करने गए हत्या के मुकदमे के वादी रोहित भदौरिया से मिला और उन्हें धमकी दी। रोहित की सूचना पर शाम को एसटीएफ टीम पहुंची और विक्की की घेराबंदी की तो वह शताब्दी नगर में नये स्टेडियम के पास भागा। उसके साथ बाइक पर एक बदमाश और दूसरी बाइक पर दो अन्य साथी भी थे। रास्ते में विक्की ने फायरिंग शुरू कर दी। तभी बाइक फिसल गई और दोनों पैदल भागे। भागते समय विक्की सीमेंटेड नाले में गिर पड़ा। दाहिने पैर और दाहिनी हाथ में उसे काफी चोट आई। तब एसटीएफ ने आरोपित को दबोच लिया। तुरंत उसे हैलट अस्पताल भेजा गया। सीओ एसटीएफ तेज बहादुर सिंह ने बताया कि विक्की सोनी के खिलाफ एक लाख रुपये का इनाम है। वह अपने परिवार व कुछ परिचितों से मिलने आया था। तभी पनकी क्षेत्र में मुठभेड़ में पकड़ा गया। एसटीएफ की टीम में निरीक्षक शैलेंद्र सिंह, उप निरीक्षक शीवेंद्र सिंह शामिल थे।