कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ने के बाद यूपी सरकार आंशिक कोरोना कर्फ्यू में ढील देने पर विचार कर रही है। प्रदेश में संक्रमितों की संख्या में कमी व रिकवरी रेट में सुधार के बाद माना जा रहा है कि 31 मई के बाद सरकार चरणबद्ध तरीके से कुछ पाबंदियां हटा सकती है।
एक जून से बाजार आदि खोलने तथा सरकारी व निजी दफ्तरों को भी सीमित संख्या में कर्मचारियों की उपस्थिति के साथ खोलने का आदेश जारी किया जा सकता है। इस पर फैसला शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में टीम-9 की बैठक में लिया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को 30 जून तक सख्ती के निर्देश के साथ मौजूदा स्थिति का आकलन कर पाबंदियों के बारे में निर्णय लेने की छूट दी है। ज्यादा मरीजों वाले जिलों में सख्ती बनाए रखने को कहा गया है। ऐसे में राज्य सरकार उन जिलों में कुछ पाबंदियां हटाने का फैसला कर सकती है, जहां स्थिति नियंत्रण में है।
जारी रह सकता है रात व साप्ताहिक कर्फ्यू
सूत्रों के मुताबिक सरकार दिन में तो कुछ ढील दे सकती है, लेकिन रात और साप्ताहिक कर्फ्यू जारी रखा जा सकता है। सरकार को आशंका है कि एकाएक पूरी तरह कोरोना कर्फ्यू समाप्त कर देने से संक्रमितों की संख्या में फिर इजाफा हो सकता है। सरकार चाहती है कि संक्रमितों की संख्या 1000 से नीचे आ जाए तभी पाबंदियों को हटाया जाए। यही वजह है चरणबद्ध तरीके से छूट देकर स्थितियों का आकलन किया जाएगा। हालात सामान्य होने के बाद ही कई चरणों में अलग-अलग गतिविधियों पर लगी पाबंदियों में छूट देने की तैयारी है।