उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव की तैयारियों ने तेजी पकड़ ली है। यूपी राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव की तैयारियों को पूरा कार्यक्रम जनता के सामने रख दिया है। वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान करीब साढ़े तीन महीने तक चलेगा। 29 दिसंबर को वोटर लिस्ट का प्रकाशन होगा। तो इस आधार पर अब यह तो पक्का हो गया कि उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव 2020 में नहीं होगा। अब यह पंचायत चुनाव अगले साल यानि की 2021 में होने की संभावना बलवती हो रही है। मतलब उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव 2021 के पहले तीन माह में कभी भी होने की संभावना है।
यूपी राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार के अनुसार, आगामी पहली अक्तूबर से बूथ लेबल आफिसर (बीएलओ) घर-घर जाकर वोटर लिस्ट की जांच करेंगे। 29 दिसंबर को वोटर लिस्ट का प्रकाशन होगा। वोटर लिस्ट पुनरीक्षण का यह अभियान करीब साढ़े तीन महीने चलेगा। अभियान में पिछले पंचायत चुनाव यानि वर्ष 2015 के बाद से पहली जनवरी 2021 तक 18 वर्ष की उम्र पूरी करने वाले ग्रामीण युवाओं को पंचायत चुनाव की वोटर लिस्ट में नए वोटर के रूप में दर्ज किया जाएगा। वर्ष 2015 से पहली जनवरी 2021 के बीच मृत, अन्यत्र स्थानांतरित या डुप्लीकेट वोटरों के नाम हटाए भी जाएंगे।
अपर निर्वाचन आयुक्त वेद प्रकाश वर्मा ने बताया कि, 15 से 30 सितम्बर के बीच यह जांच की जाएगी कि किस ग्राम पंचायत का आंशिक भाग, अन्य ग्राम पंचायत अथवा नगरीय निकाय में शामिल हुआ है। ऐसी सूरत में उस ग्राम पंचायत के आंशिक भाग या ग्राम पंचायत को प्रदेश की ग्राम पंचायतों की सूची से हटाया जाएगा। इसके साथ ही वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के लिए बीएलओ और पर्यवेक्षकों को उनके कार्यक्षेत्र का आवंटन किया जाएगा। यह दोनों काम अलग-अलग समानांतर चलेंगे। राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट Sec.Up.Nic.In पर ऑनलाइन प्राप्त आवेदन पत्रों की घर-घर जाकर जांच 6 नवम्बर से 12 नवम्बर के बीच की जाएगी। 29 दिसम्बर को इस वोटर लिस्ट के फाइनल ड्राफ्ट का प्रकाशन किया जाएगा।