Weather updates : यूपी समेत उत्तर भारत में तय समय से दो सप्ताह पहले मानसून देगा दस्तक

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भारत मौसम विज्ञान विभाग- आईएमडी ने कहा है कि उत्तर भारत को भीषण गर्मी से जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है क्योंकि दक्षिण राजस्थान और गुजरात के कच्छ क्षेत्र को छोड़कर अगले दो तीन दिनों में दक्षिण पश्चिम मानसून के पूरे क्षेत्र में सक्रिय होने की उम्मीद है। उधर मुंबई में पिछले चार दिनों से भारी से बहुत भारी बारिश जारी है।
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आईएमडी ने कहा है कि कहर की बारिश अभी जारी रहेगी। उम्मीद की जा रही है कि उमस भरी गर्मी से दो चार हो रहे उत्तर भारत को भी इससे जल्द निजात मिल जाएगी।

आईएमडी ने कहा है कि 15 जून तक उत्तर भारत में मानसून के आगमन के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। इसलिए इन इलाकों में तेज आंधी के साथ बारिश होने की संभावना है कहीं कहीं ओले भी गिर सकते हैं।

आईएमडी द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि पूर्व-पश्चिम ट्रफ के प्रभाव में, अगले 3-4 के दौरान उड़ीसा, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, तेलंगाना, तटीय और आसपास के घाट और उससे सटे जिलों, महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है।

इसके अलावा मौसम विभाग ने एक बार फिर अगले पांच दिनों के दौरान देश में लू चलने की स्थिति से इंकार किया है।

आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामणि ने शनिवार को कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून शनिवार तक बंगाल की खाड़ी, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के शेष हिस्सों में पहुंच चुका है और यह रविवार तक उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को झमाझम बारिश से भिगो देगा।

आईएमडी ने कहा कि मुंबई ने अब तक कुल 641.3 मिमी बारिश मापी है, जिससे यह 493.1 मिमी के मासिक सामान्य से अधिक है। पिछले चार दिनों में मुंबई में 500 मिमी से अधिक बारिश हुई है। बेस स्टेशन सांताक्रूज ने 24 घंटे में 107 मिमी रिकॉर्ड किया। मुंबई ने 10 जून (231 मिमी), 11 जून (107 मिमी) और 12 जून (107 मिमी) को 24 घंटे की बारिश में तीन अंक दर्ज करके शतकीय वर्षा की हैट्रिक पूरी की।

आईएमडी के अनुसार इस बार दिल्ली समेत एनसीआर में मानसून के आगमन की संभावित तिथि 15 जून हो सकती है और इसके बाद यह अगले दो-तीन दिनों में दक्षिण राजस्थान और गुजरात के कच्छ क्षेत्र को छोड़कर पूरे देश को कवर कर लेगा। अमूमन दिल्ली में मानसून की सामान्य शुरुआत की तारीख 27 जून है, हालांकि, इस बार इसके मौसम संबंधी कारकों के कारण मानसून के तय समय से लगभग दो सप्ताह पहले आने की संभावना है।

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