विश्व बौद्ध महासंघ के राष्ट्रीय संरक्षक रामचंद्र बौद्ध ने पत्रकार वार्ता में कहा कि भारतीय बौद्धों को पर्सनल लॉ एवं बौद्ध कानून की आवश्यकता है बौद्धों के स्वतंत्र कानून के लिए उत्तर प्रदेश राज्य का बौद्ध प्रतिनिधि सम्मेलन का विवरण देते हुए कमेटी के अध्यक्ष रामचंद्र बौद्ध राष्ट्रीय संरक्षक विश्व बौद्ध महासंघ उत्तर प्रदेश एवं धर्म प्रकाश भारतीय,पूर्व एमएलसी संस्थापक (राष्ट्रीय बौद्ध महासभा), दयाशंकर बौद्ध संयोजक (भारतीय बौद्ध संसद)उत्तर प्रदेश, प्रोफेसर मुकुंद खैरे केंद्रीय संयोजक ऑल इंडिया एक्शन कमेटी फॉर बुद्धिस्ट पर्सनल ला नागपुर की अध्यक्षता में राजधानी के प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें सभा की अध्यक्षता कर रहे रामचंद्र बौद्धिक ने भारतीय पौधों को पर्सनल ला एवं बौद्धिक कानून की आवश्यकता की प्रमुख मांगों को भारतीय बौद्धों का धर्म प्रतिनिधि महासम्मेलन दिनांक 9-12-2018 को रविंद्रालय चारबाग में ऑल इंडिया एक्शन कमेटी फॉर बुद्धिस्ट लॉ द्वारा बौद्धों का स्वतंत्र कानून बनवाने के लिए 23 से 25 अप्रैल 2018 को 5000 बौद्धों देव ने देशव्यापी धरना मोर्चा दिल्ली में दिया गया दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम स्वयं आंदोलन स्थल पर आए लेकिन उसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला केवल आश्वासन ही मिला इन्हीं सब मांगों को लेकर देशव्यापी महासम्मेलन का आयोजन ऑल इंडिया एक्शन कमेटी फॉर बुद्धिस्ट पर्सनल ला द्वारा भारतीय बौद्धों के पर्सनल ला एवं बौद्धिक कानून की आवश्यकता से रूबरू कराएगा*