लाहौर पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक लखवी मुंबई हमला मामले में 2015 से ही जमानत पर था. उसे आतंकवाद निरोधक विभाग ने गिरफ्तार किया. फिलहाल ने ये नहीं बताया है कि उसकी गिरफ्तारी कहां से हुई. अधिकारी के मुताबिक लखवी की गिरफ्तारी खुफिया सूचना के आधार पर की गई.
मुंबई हमले में मारे गए थे 166 लोग
बता दें कि पाकिस्तान की शह पर लश्कर-ए-तैयबा के दस आतंकवादियों ने ने 26 नवंबर 2008 को मुंबई में चार दिनों तक 12 जगहों (Mumbai Terror Attack) पर फायरिंग और बम हमले करके दहशत मचा दी थी. इन सुनियोजित हमलों में चाड हाउस में नौ आतंकवादियों और 166 लोग मारे गए थे. जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
हिंदू आतंकवाद की थ्योरी स्थापित करने का षड्यंत्र
मुंबई के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया ने अपनी आत्मकथा Let Me Say It Now में लिखा, ‘पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने 26/11 हमले के जरिए हिंदू आतंकवाद की थ्योरी को सामने रखना चाहती थी. ISI मुंबई हमले के सभी आतंकवादियों को हिंदू साबित करना चाहती थी. हिंदू साबित करने के लिए उनके साथ फर्जी आई कार्ड भेजे गए थे. कसाब के पास भी एक ऐसा ही आईकार्ड मिला था, जिस पर समीर चौधरी लिखा हुआ था.’ (इनपुट भाषा)